यूपी के इस गांव में कैंसर ने लिया महामारी का रूप, शासन-प्रशासन मौन

punjabkesari.in Saturday, Dec 01, 2018 - 12:43 PM (IST)

देवबंद: शासन-प्रशासन की लापरवाही व नोटों के आगे जिंदगी के सस्ते हो जाने के कारण क्षेत्र के राजपूत बाहुल्य रणखंडी गांव में महामारी का रूप लेती जा रही। कैंसर की बीमारी निर्दोष ग्रामीणों को आए दिन निगल रही है। आज एक बार फिर कैंसर से पीड़ित गांव की एक महिला की मौत हो गई। तहसील के सबसे बड़े गांव रणखंडी की पछाया पट्टी निवासी लक्ष्मण सिंह की पत्नी सुमंत्रा (55) के गले में कैंसर था, जिसकी दिल्ली के अस्पताल में उपचार चल रहा था। 3 दिन पूर्व कैंसर फूट गया था, जिससे बीते दिन सुमंत्रा की मौत हो गई थी। शुक्रवार को गांव में उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। नवम्बर माह में ही गांव के 4 लोगों चंद्रपाल सिंह, बिजेंद्र, अजीत सिंह और शकुंतला की भी मौत कैंसर से हो चुकी है, जबकि गांव के 37 लोग अभी भी कैंसर से पीड़ित हैं और अलग-अलग स्थानों पर अपना इलाज करा रहे हैं।

गांव से गुजर रहा गंदा नाला गांव में कैंसर बांट रहा है। नदी में बह रहे दूषित पानी ने गांव के पानी को जहरीला बना दिया है। बीते वर्षों में गांव के दर्जनों लोग कैंसर की चपेट में आ चुके हैं, लेकिन ग्रामीणों द्वारा अनेकों बार शिकायत करने के बाद भी सरकार व प्रशासन गंदे नाले के अभिशाप से ग्रामीणों को मुक्ति नहीं दिला सके हैं। 2-4 मौतें होने के बाद जनप्रतिनिधि व अधिकारी जांच करने की बात करते हैं लेकिन कुछ दिन बीतने के बाद मामले को दबा दिया जाता है। गांव में लगातार कैंसर से हो रही मौतों से ग्रामीण भयभीत हैं। उन्होंने प्रशासन से गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच कराने की मांग की है।

शिक्षक मनोज कुमार, छोटू राणा, प्रवीण कुमार, राजेंजद्र सिंह, वीरपाल सिंह, मोहित, सागर राणा, नीरज और युद्धवीर सिंह ने बताया कि बीमारियां फैलने की सबसे बड़ी वजह प्रदूषित पानी है। गांव के निकट से गंदा नाला बह रहा है। जिससे हैंडपंपों का पानी भी पीने लायक नहीं रहा। गांव के लोग इसी प्रदूषित पानी का सेवन कर कैंसर जैसी बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं। लेकिन प्रशासन इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है। सब कुछ जानते हुए जनप्रतिनिधि भी प्रदूषित पानी की समस्या से निजात नहीं दिलवा पा रहे हैं। जनप्रतिनिधियों के उक्त रवैये को लेकर ग्रामीणों में भारी रोष पनप रहा है।

Anil Kapoor