निगरानी के लिए लगाए गए CCTV कैमरे चोरी, 3 माह बाद पुलिस प्रशासन को हुई खबर

punjabkesari.in Wednesday, Jan 23, 2019 - 11:49 AM (IST)

मेरठः व्यापारियों और आम जनता को सीसीटीवी कैमरे लगाने की नसीहत देने वाली मेरठ पुलिस खुद कितनी सतर्क है इसकी पोल शहर के शातिर चोरों ने खोल कर रख दी है। दरअसल, शहर के 8 प्रमुख चौराहों से पुलिस के सीसीटीवी कैमरा चोरी हो गए हैं। सबसे हैरानी की बात यह है कि पुलिस को इसका पता अब करीब 3 माह बाद लगा है। यानी इसकी कलई भी खुल गई है कि पुलिसकर्मी कंट्रोल रूम में शहर की कैसे निगरानी कर रहे हैं जो उन्हें कैमरे चोरी होने का 3 माह बाद पता चला है। फिलहाल एसपी सिटी ने संबंधित थानेदारों से इसकी रिपोर्ट तलब की है।

पुलिस महकमे ने एक निजी कंपनी के सहयोग से शहर में 52 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। इन कैमरों का कंट्रोल रूम घंटाघर स्थित एसपी सिटी के कार्यालय में बनाया गया। यहां लगे एलईडी स्क्रीन के माध्यम से पुलिसकर्मी पूरे शहर की गतिविधियों पर निगाह रखते हैं। साल 2018 में पुलिस लाइन में बने ट्रैफिक कंट्रोल रूम से भी इस को जोड़ दिया गया। साथ ही 32 अन्य स्थानों पर HD कैमरे लगाए गए। इनका मकसद यही है कि वारदात कर अपराधी भागे तो उन्हें शहर के प्रमुख चौराहों और मार्गों पर धर दबोच लिया जाए।

वहीं अब जिन स्थानों से यह कैमरे चोरी हुए उनमें से चार चौराहे शहर के मुख्य चौराहों में शुमार है। हापुड़ अड्डा चौराहा, बच्चा पार्क चौराहा,समर गार्डन रोड, फतेहेउल्लापुर, लिसाड़ी रोड,बेगम पुल चोराहा और रेलवे रोड चौराहे से सीसीटीवी कैमरा चोरी हुए, जबकि यहां 24 घंटे पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं। यह भी कह सकते हैं कि चैन और पर्स स्नैचिंग का यह सॉफ्ट टारगेट एरिया हैं। कैमरे चोरी होने के बाद पुलिस इस एंगल पर जांच कर रही है कि कहीं किसी साजिश के चलते प्रमुख मार्गों से कैमरे चोरी तो नहीं हुए ताकि किसी अपराध को कंट्रोल रूम की निगरानी से छुपाया जा सके। पुलिस का कहना है कि सभी संबंधित थानेदारों से जांच रिपोर्ट मांगी गई है उसके बाद ही कुछ कहा जा सकेगा ।

 

Ruby