जौनपुर में चढ़ा होली का खुमार, फाग गीतों ने बांधा शमा

punjabkesari.in Wednesday, Mar 20, 2019 - 05:58 PM (IST)

जौनपुरः पूर्वी उत्तर प्रदेश के जौनपुर में होली की खुमारी चढ़ चुकी है। परंपरागत फाग गीतों की धुन पर थिरकते कदम रंगो के त्योहार में जोश और उमंग की मिठास घोल रहे हैं। द्वारिकाधीश लोक संस्कृति संस्थान चुरावनपुर द्वारा देर शाम आयोजित लोक संगीत समारोह जिले के लोक कलाकारों ने फाग गीतों फगुआ, चौताल, चहका, धमार, उलारा, बेलवइया एवं चैता से शमा बांध दिया। 

लोक गायक बाबू बजरंगी सिंह,सत्य नाथ पांडेय,झीनू दुबे,कैलाश शुक्ल,त्रिवेणी प्रसाद पाठक, लक्ष्मी उपाध्याय,भुट्टे मियां,नजरू उस्ताद,कृष्णानन्द उपाध्याय सहित साथियों ने ‘बनन में कोयल कागा बोलय, छतन पे बोलई हे मोरवा , घरवन में गौरैया चहचहानी हो रामा पिया नही आये, सखियां सहेलियां भइली लरिकैया पिया नही आए, बाज रही पैजनिया छमाछम बाज रही पैजनिया, रात सेजिया पे मोर झुलनी हेरानी बलमुआ, ना देबे कजरवा तोहके तू मरबे केहू के जान रे, गुजराती कहाँ पाऊं यार सेजिया महक रही गुजराती और झुलनी करि कोर कटार जुलुम करि डारे जैसे फागुनी गीतों को सुना कर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। 

संस्थान के संरक्षक डॉ अरविंद मिश्र ने कहा कि संस्थान का प्रयास होगा कि यह परंपरा विलुप्त न होने पाए। अध्यक्ष डॉ. मनोज मिश्र ने बताया कि आज होली के नाम पर परंपरागत लोक गीतों के स्थान पर अश्लील गीतों का प्रदर्शन हो रहा है जिसे समाप्त करने के लिए संस्थान कृत संकल्पित है।   

 

Ruby