खुद की जमानत तक जब्त हो गई फिर भी कांग्रेस मना रही BJP के हारने का जश्न

punjabkesari.in Thursday, Mar 15, 2018 - 01:12 PM (IST)

गोरखुपुरः उत्तर प्रदेश में 2 लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा। इतना ही नहीं फूलपुर में निर्दलीय प्रत्याशी माफिया अतीक अहमद ने कांग्रेस से दोगुना ज्यादा वोट हासिल किए हैं। इस तगड़े झटके के बाद भी कांग्रेस बीजेपी की हार का जश्न मना रही है। दोनों ही जगह पार्टी के प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गई है, लेकिन कांग्रेस बीजेपी की हार पर खुशी जाहिर कर रही है और इसे शुभ संकेत बता रही है।

सबसे पीछे रही कांग्रेस
बता दें कि फूलपुर में कांग्रेस के प्रत्याशी मनीष मिश्रा सिर्फ 19353 वोट ही हासिल कर पाए। जबकि निर्दलीय उम्मीदवार और बाहुबली नेता अतीक अहमद ने 48094 वोट हासिल किए। फूलपुर में सपा सबसे आगे रही, बीजेपी दूसरे नंबर पर और अतीक अहमद तीसरे नंबर पर रहे। कांग्रेस सबसे पीछे रही। वहीं गोरखपुर लोकसभा सीट पर भी कांग्रेस का यही हाल था। इससे साफ हो जाता है कांग्रेस का इस उपचुनाव में सबसे खराब प्रदर्शन रहा। या फिर यू कहे कि इस उपचुनाव में कांग्रेस का नामोनिशान ही नहीं था।

सपा और बीजेपी के वोटों का आंकड़ा 4 लाख से ज्यादा 
उधर, सपा और बीजेपी के वोटों का आंकड़ा सब को हैरान कर देने वाला था। लगातार जीतती आ रही बीजेपी को हार हुई। इतना ही नहीं सपा और बीजेपी के वोटों का आंकड़ा 4 लाख से ज्यादा रहा। जिसपर कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी जनता में अपना भरोसा खो रही है और उपचुनाव के नतीजे साफ कर रहे हैं कि जातीय समीकरण सपा और बसपा के लिए काम कर गए।

बीजेपी की हार कांग्रेस के लिए शुभ संकेत
इतना ही नहीं पार्टी का कहना है कि सपा की ये जीत सपा-बसपा गठबन्धन की जीत तो है ही साथ ही कांग्रेस के लिए भी शुभ संकेत है। उपचुनाव के ये नतीजे प्रदेश में सियासत की नई शुरुआत का आधार बन सकते हैं। कांग्रेस का दावा है कि उनके वोट बीजेपी के खिलाफ सपा और बसपा गठबंधन को मिले यानि जीत का कुछ क्रेडिट उनकी पार्टी को भी मिलता है। उनका कहना है कि अगर कांग्रेस के उम्मीदवारों को मिले वोट भी अगर सपा और बसपा गठबंधन का हिस्सा होते तो बीजेपी को और करारी शिकस्त दी जा सकती थी।