पूरा देश मना रहा डॉ. भीमराव आंबेडकर की 127वीं जयंती, प्रशासन सतर्क

punjabkesari.in Saturday, Apr 14, 2018 - 01:59 PM (IST)

लखनऊः  देश भर में गरमाई दलित सियासत के बीच संविधान निर्माता और दलितों के मसीहा बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की 127वीं जयंती आज राजधानी लखनऊ समेत समूचे उत्तर प्रदेश में धूमधाम के साथ मनाई जा रही है। डॉ. आंबेडकर की प्रतिमाओं के साथ हाल के दिनो में हुई छेड़छाड़ की घटनाओं के मद्देनजर राज्य सरकार ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। लखनऊ के हजरतगंज में स्थित आंबेडकर प्रतिमा पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माल्यार्पण कर संविधान निर्माता को श्रद्धाजंलि अर्पित की। वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने डॉ. आंबेडकर को दलित और शोषित समुदाय का पितामह बताते हुए अनूसूचित जाति/जनजाति एवं पिछडों के लिए ताउम्र संघर्ष करने का संकल्प दोहराया।   

डॉ.आंबेडकर के जन्मोत्सव पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी पार्टी दलितों के हितों की रक्षा के लिए कटिबद्ध है। डॉ. आंबेडकर के आदर्शो को आत्मसात करके ही समाज का कल्याण संभव है। केन्द्र सरकार के दलित विरोधी रवैये का हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। इस बीच सीतापुर में शरारती तत्वों ने बाबा साहब की प्रतिमा को नुकसान पहुंचा कर माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया। हालांकि जिला प्रशासन की मुस्तैद रवैये से उनकी कोशिश नाकाम हो गई। दूसरी ओर आंबेडकर जयंती की पूर्व संध्या पर क्षेत्र के अकोइया गांव में देर रात शरारती तत्वों ने संविधान निर्माता की प्रतिमा के साथ छेडछाड कर माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया। हालांकि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए खंडित प्रतिमा को ठीक करा दिया। 

डॉ.आंबेडकर को श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद योगी अखिल भारतीय अंबेडकर महासभा गए। वहां आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को‘दलित मित्र’सम्मान से नवाजा गया है। योगी ने कहा कि उनकी सरकार दलित और अन्य पिछडी जातियों समेत समाज के शोषित वर्ग के उत्थान और उनके हितों की रक्षा के लिए कृतसंकल्पित है। गरीबों और शोषितों के कल्याण के लिए सरकार ने कई योजनाएं शुरू की है।  

लखनऊ के अलावा सहारनपुर,हापुड़,मेरठ,बरेली,इलाहाबाद,वाराणसी,बलिया,गाजीपुर,बस्ती और कानपुर समेत अधिसंख्य क्षेत्रों में आंबेडकर जयंती के अवसर पर रैलियां आयोजित की गई। संगोष्ठी के जरिए डॉ. आंबेडकर के जीवन और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला गया। इस अवसर पर आयोजित समारोहों में बुद्धिजीवियों, सामाजिक संस्थाओं और राजनीतिज्ञों ने हिस्सा लिया। 

Ruby