GBU के कुलपति ने शुरू करवाया ऑनलाइन टीचिंग कार्यक्रम, डिप्टी CM ने शिक्षकों को कहा-कोरोना योद्धा

punjabkesari.in Monday, Jul 20, 2020 - 06:33 PM (IST)

गौतम बुद्ध नगर: गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में 20 जुलाई से 2 अगस्त, 2020 तक ‘ऑनलाइन टीचिंग पेडागोजी’ पर दो सप्ताह का संकाय विकास कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।


दो सप्ताह के संकाय विकास कार्यक्रम के आयोजन में कुलपति व प्रोफेसर भगवती प्रकाश शर्मा ने उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा स्वागत किया। कुलपति महोदय ने गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय की तत्कालीन उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए बताया कि जीबीयू भारत का प्रथम विश्वविद्यालय है जिसने अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को ऑनलाइन संपन्न करवाया है तथा विश्वविद्यालय ने अपनी तरह की पहली दूरस्थ प्रोक्टेड प्रवेश परीक्षा भी आयोजित करवाई है।

साथ ही कुलपति महोदय ने यह भी बताया कि जीबीयू आईआईटी हैदराबाद के बाद भारत का दूसरा संस्थान बन गया है जहां पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर कार्य हो रहा है।

तत्पश्चात उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने कार्यक्रम का उद्घाटन अपने वक्तव्य के साथ किया। उन्होंने जीबीयू में ऑनलाइन टीचिंग के लिए किए जा रहे प्रयासों के लिए बधाई दी तथा भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न ऑनलाइन टीचिंग मंचों दीक्षा, स्वयंप्रभा, इग्नू एवं दूरदर्शन जैसे अन्य माध्यमों के प्रयासों का भी उल्लेख किया। साथ ही उन्होंने भारत सरकार की ऑनलाइन टीचिंग की महत्वकांक्षी योजनाओं का भी उल्लेख किया। अंत में उप मुख्यमंत्री ने शिक्षकों को कोरोना योद्धा की संज्ञा दी एवं कार्यक्रम सभी सदस्यों को बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की।


पाठ्यक्रम के निदेशक डॉ. विनोद शनवाल ने अपने भाषण में कहा कि सीखना कभी भी बंद नहीं होता है और इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए हमें तदनुसार बदलना होगा। यह एफडीपी निश्चित रूप से हमारे शिक्षकों को ऑनलाइन शिक्षण कौशल और शिक्षा से लैस करेगा। यह शिक्षकों के भाग लेने से कौशल, उत्थान और ऑनलाइन शिक्षण में खुद को फिर से उभारने का एक शानदार अवसर है जिससे कि वे छात्रों की समस्याओं का समाधान व विषय वस्तु को और भी रुचिकर बना सकेंगे।

प्रो. श्वेता आनंद (डीन एकेडमिक्स) ने भी हाल के दिनों में इस तरह के कार्यक्रमों की प्रासंगिकता बताई। कार्यक्रम के अंत में डॉ. सतीश के. मित्तल ने मुख्य अतिथि, कुलपति व कार्यक्रम से जुड़े अन्य सभी सम्मानित सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित किया। सुश्री अयुशीकेतकर कार्यक्रम की समन्वयक थीं।

Ajay kumar