चंद्रशेखर की मां ने संभाला भीम आर्मी का मोर्चा, बोली- नहीं रुकेगा बाबा साहेब का मिशन

punjabkesari.in Tuesday, Jun 13, 2017 - 05:21 PM (IST)

सहारनपुर: भीम आर्मी के संस्थापक चन्द्रशेखर की गिरफ्तारी के बाद अब भीम आर्मी का मोर्चा चन्द्रशेखर की मां ने सम्भाल लिया है। चन्द्रशेखर की मां ने सोशल मीडिया में एक विडियो और पैम्फलेट के जरिए 18 जून को दिल्ली के जंतर मंतर पर दलितों से एकत्र होने की अपील की है।

सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में चन्द्रशेखर की मां कमलेश बाबा साहेब की फोटो के सामने बैठी हैं और 22 सेकेंड के इस वीडियो में वह कह रही हैं कि मैं चन्द्रशेखर की मम्मी हूं। 18 जून को जतंर मंतर आ रही हूं। ये बाबा साहेब का मिशन है इसे रूकने नहीं देना है। आप सभी को बडी संख्या में जंतर मंतर पहुचना हैं। भीम आर्मी से जुडे लोगो को सावधान करते हुए साथ ही अपने समाज के लोगों को चेताते हुए उन्होंने यह भी कहा है कि कुछ लोग इस मिशन को कमजोर करना चाहते हैं उनसे सावधान रहने की जरूरत है।

भीम आर्मी ने वीडियो के साथ साथ एक पैम्फलेट का सहारा भी लिया है जिसमें चन्द्रशेखर की मां की आेर से अपील है कि उसके बच्चों को न तो चंदा चाहिए और ना ही अनाज चाहिए, हमे तो बस अपने बहुजन परिवार का साथ चाहिए। इस पैम्फलेट में महामहिम राष्टपति से यह मांग की गई है कि भीम आर्मी के बेकसूर सभी पदाधिकारियों, गरीब, दलित, छात्र ,मजदूर जो जेल में बंद है उन्हें तुरन्त रिहा किया जाए। चन्द्रशेखर आजाद को तुरन्त रिहा करके उन्हें और उनके परिवार को अडंर कोर्ट सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए, भाई नबाव सतपाल तंवर पर दर्ज कराई एफ आई आर को रद्द किया जाए और उन्हें हरियाणा से पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए।

उन्होंने कहा कि शब्बीरपुर से झूठा केस लगाकर मास्टरमाइड बताकर गिरफ्तार किए गए प्रधान शिवकुमार को तुरन्त रिहा किया जाए, शब्बीरपुर में दलित समाज के घर जलाने और जलवाने, दलितों पर हमला करने वाले प्रशासनिक अधिकारियों व हिन्दू संगठनों सहित भाजपा नेताओं को गिरफ्तार करके जेल भेजा जाए। उन्होंने मांग की कि शब्बीरपुर नरसंहार के मास्टर माइड फूलन देवी के हत्यारे शेर सिह राणा पर एफ आई आर दर्ज करके जेल भेजा जाए।

शब्बीरपुर सहारनपुर हिंसा के के लिए सासंद राधवलखनपाल शर्मा को गिरफ्तार करके जेल भेजा जाए, शब्बीरपुर में जिन पीड़ित परिवारों के घर जले और घायल हुए उन्हें 25-25 लाख का मुआवजा देकर उनकी पुख्ता सुरक्षा की जाए, भीम क्रांतिकारियों को नक्सली बताने वाले अधिकारियों व नेताओं के खिलाफ देशद्रोह में केस दर्ज किया जाए।