रामपुर में मृतक परिवार को सरकारी नौकरी और पचास लाख देने की चंद्रशेखर ने उठाई मांग, कहा- पुलिस की गोली से युवक की हुई मौत

punjabkesari.in Thursday, Feb 29, 2024 - 03:39 PM (IST)

रामपुर, ( रवि शंकर ) : जिले  के थाना मिलक क्षेत्र में मंगलवार को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के चित्र वाला बोर्ड हटाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया था जिसके बाद एक पक्ष ने पुलिस और प्रशासन का सहारा लिया और स्थल को ग्राम समाज बताते हुए बाबा साहब का बोर्ड हटाए जाने की करवाई प्रशासन द्वारा शुरू की।  दलित समाज ने जमकर विरोध किया इसी विरोध प्रदर्शन के बीच फायरिंग में एक दलित युवक की मौत और दो घायल हो गए थे परिजनों का आरोप था कि दलित युवक की मौत पुलिस की गोली से हुई है। 

इस घटना को 24 घंटे भी नहीं बीते थे की भीम आर्मी के चंद्रशेखर रावण घटनास्थल पर पहुंच गए। हालांकि उनके पहुंचने से पहले प्रशासन ने आनंद-फानन में मृतक सुमेश का दाह संस्कार कर दिया तब ही चंद्रशेखर रावण को गांव में जाने की अनुमति मिली। भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर रावण ने दलित युवक की हत्या पर जमकर योगी सरकार और मोदी सरकार पर निशाना साधा।   उन्होंने कहा की सरकार दलित विरोधी है। मृतक के परिजनों के लिए उन्होंने 50 लाख रुपए मुआवजे तथा परिवार में एक सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की। हालांकि उन्होंने कहा कि हमें सरकार से उम्मीद नहीं है क्योंकि यह दलित युवक है जबकि इससे पहले हुई घटनाओं में सरकार ने 50 लाख रुपए मुआवजा दिया है।

मृतक के अंतिम संस्कार पर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने कहा कि यह ऐसा ही है जैसे मथुरा में एक दलित बेटी की जबरन अंतिम संस्कार कर दिया गया था ऐसे ही यहां पर पुलिस ने लाठियां बजा कर जबरन दलित युवक का अंतिम संस्कार कर दिया । उन्होंने कहा कि युवक के सर में गोली लगी मारी गई जबकि अगर कानून व्यवस्था की बात होती है तो पैरों में गोली चलाई जाती है लेकिन दलित युवक को सर में गोली मारी गई। भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस पर सीधे तौर पर निशाना साधते हुए भीम आर्मी ने कहा कि वह बाबा साहब के संविधान को खत्म करने की बात कहते हैं। मृतक सुमेश ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के पार्क से बोर्ड हटाए जाने पर अपने प्राणों की बलिदान देकर यह साबित कर दिया कि अगर बाबा साहब का संविधान हटाने की कोशिश की गई तो लाखों सोमेश होंगे जो अपने प्राणों के बलिदान दे देंगे लेकिन संविधान पर आंच नहीं आने देंगे।

भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने मृतक परिजनों से मुलाकात के बाद मीडिया से बात की चंद्रशेखर आजाद ने कहा कल एक दसवीं के छात्र की पुलिस ने गोली मार कर हत्या कर दी और दो लोगों घायल है उनके भी गोली लगी है एक के हाथ में और एक के पैर में जिसके पैर में गोली लगी है उसकी अभी तक गोली भी नहीं निकाली है क्योंकि वह मौका ही वारदात का चश्मीद है। पुलिस चाहती है कि वह भी मर जाए तो मामला ही सब निपट जाएगा मुकदमा दर्ज हुआ है।  लेकिन मुकदमे में एफआईआर के नाम पर  मजाक किया है।  मैं मृतक युवक के परिवार से मिला जिस तरह से पुलिस ने जबरन हाथरस में एक बेटी का परिवार को डरा कर धमका कर अंतिम संस्कार किया था। ऐसे ही यहां पर पुलिस ने डरा धमका कर लाठीचार्ज कर युवक का अंतिम संस्कार किया है।

 चंद्रशेखर ने कहा इस देश में भाजपा और आरएसएस के लोग रोज़ कहते हैं कि हम इस देश में बाबा साहब के संविधान को बदल देंगे आज सोमेश ने शहादत देकर यह उदाहरण पेश किया है अगर बाबा साहब के पार्क की बात आए तो हम बलिदान दे सकते हैं अगर बाबा साहब के संविधान पर आंच आएगी  तो हम एक सुमेश नहीं लाखों सुमेश बलिदान देने को तैयार रहेंगे। एक उपजिलाधिकारी  ने यहां पर आते ही पुरुष पुलिस कर्मियों से गांव की महिलाओं पर लाठी चार्ज करवाया फिर उस खिड़की पर चढ़कर दो पुलिस वाले गोली चलाते हैं उनके नाम भी गांव के लोग बता रहे हैं।
 

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Ramkesh