फर्जी डॉक्टर बन करता था चैटिंग, पकड़े जाने पर बोला- सांवला होने के कारण लड़कियां करती थी इग्नोर

punjabkesari.in Thursday, Sep 05, 2019 - 03:07 PM (IST)

आजमगढ़ः सांवले रंग के कारण नजरअंदाज हो रहे एक युवक ने जुर्म की दुनिया का रास्ता अपना लिया। लड़कियों को इम्प्रेस करने के लिए युवक ने खुद को एमबीबीएस, एमडी से लेकर आईएएस और आईपीएस तक बना डाला। इस दौरान उसने कई लड़कियों से चैटिंग भी की, लेकिन एक लड़की के पिता की पास्टमार्टम रिपोर्ट हासिल करने की सनक ने उसे जेल पहुंचा दिया।

जानिए क्या है मामला?
बता दें कि तहबरपुर थाना क्षेत्र के आशापुर गांव का रहने वाला नितिन कुमार सिंह बीए द्वितीय वर्ष का छात्र है। उसने आईटीआई भी की है। कद काठी अच्छी होने के बाद भी रंग सांवला होने से लड़कियां उससे दोस्ती नहीं करती थी। परिणाम रहा कि उसको लड़कियों को इंप्रेस करने की सनक सवार हो गई और वह फेसबुक व अन्य सोशल साइटों पर खुद को एमबीबीएस एमडी, आइएएस, आइपीएस बताकर लड़कियों से चैटिंग शुरू कर दिया। नितिन लड़कियों को एमडी, तो किसी को आईएएस अथवा आईपीएस बताकर चैटिंग करता था। फोटोशाप के जरिए उनसे अपनी कई डिग्री तैयार कर ली और शहर के एक डॉक्टर के अस्पताल में चिकित्सक की ट्रेनिंग भी करने लगा।

फर्जी डॉक्टर बन लड़कियों से करता था चैटिंग
इस दौरान उसने कई विभागों की मोहर बनवा ली और अधिकारियों के हस्ताक्षर तक बनाने लगा। शायद यह राज कभी नहीं खुलता, लेकिन हुआ यूं कि खुझिया की एक लड़की जिससे वह चैटिंग करता था उसके पिता की मौत हो गई। लड़की के कहने पर उसने उसके पिता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट हासिल करने की कोशिश की, लेकिन जब रिपोर्ट नहीं मिली तो उसने खुद को एमबीबीएस-एमडी बताते हुए पुलिस अधीक्षक को पत्र लिख पीएम रिपोर्ट की मांग कर दी। पुलिस को शक हुआ तो उसने छानबीन शुरू की और युवक को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने उसके लैपटाप से कई फर्जी अभिलेख बरामद किए। साथ ही कई विभागों की सील और इनकम टैक्स विभाग से जुड़े अभिलेख भी हासिल किए।

मामले की जांच शुरू
पुलिस अधीक्षक प्रो. त्रिवेणी सिंह का कहना है कि युवक लड़कियों को इंप्रेस करने के लिए तो ऐसा करता ही था साथ ही इसे कमाई का जरिया भी बना लिया था। उसके द्वारा कुछ लोगों को फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने की चर्चा है। मामले की जांच चल रही है अगर ऐसा कुछ प्रकाश में आता है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

Tamanna Bhardwaj