छठ पूजा पर भी महंगाई की छाया, पूजन सामानों से लेकर फल तक हुए महंगे

punjabkesari.in Friday, Nov 04, 2016 - 02:12 PM (IST)

बनारस: दिवाली की धूम के छह दिन बाद छठ का पर्व बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। वर्ष में दो बार मनाए जाने वाले छठ महापर्व की पवित्रता, श्रद्धा और आस्था के लिए जाना जाता है। पहला छठ पर्व चैत्र माह में और दूसरा कार्तिक माह में मनाया जाता है। कार्तिक माह की षष्ठी को मनाया जाने वाले इस महापर्व का खास महत्व है। यूपी, बिहार, पूर्वांचल, झारखंड और नेपाल के कई हिस्सों में छठ पूजा को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिलता है।

छठ महापर्व 6 नवम्बर से छठ के पहले पर्व नहाय खाय से शुरू हुआ। इधर शहर के डी एल डब्लू के सूर्य सरोवर में वेदी बनाने का कार्य भी तेजी के साथ बढ़ रहा है और तैयारियां भी अपने चरम पर हैं। लोग छठ पर्व के लिए बनने वाली वेदी बनाने के लिए छट सरोवर पर उमड़ रहे हैं। शहर के डीरेका स्थित सूर्य सरोवर पर चारों तरफ स्थाई और अस्थाई वेदियां इस वक्त चमक रही है। जो इस महापर्व में लोगों की अटूट आस्था का परिचय करा रहा है।

दुकानदारों की मानें तो कीमतों में इजाफा बहुत ज्यादा है लेकिन श्रद्धा के आगे सब बातें छोटी हैं। पूजन सामग्रियों के भाव के साथ ही फल के दाम आकाश पर है। सबसे बड़ी और उम्दा क्वालिटी के डाला की कीमत 100 -150 रुपये है जबकि सबसे कम कीमत 50 रुपए है। इसी तरह सूप की कीमत 30 -80 रुपये है। चुनरी की कीमत 80 रुपये है। हालांकि पूजन सामानों की इन कीमतों के बढऩे के पूरे आसार है।

उधर फलों के दाम पहले से बढ़ गये हैं और इसमें उछाल आना निश्चित है। पूजन फलों में मुख्य रूप से बंडा, शरीफा,केला, कदम, आंवला, अनार, गन्ना, नारियल, सेव और संतरा आंखे तररने की जुगत में है। इसके अलावा छोटी-छोटी पूजन समग्रियों में भी काफी का इजाफा हुआ। बहरहाल, आस्था और भक्ति के आगे हर चीज बौनी पड़ जाती है और यह बात बाजार को भी पता है। इसलिए बाजार भी डाला छठ व्रत पूजन की खरीददारी को पूरी तरह भुनाने में कोई कोर कसर बाकी रखने के मूड में नहीं है।