CM ने किया बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे, कहा- लापरवाह अफसरों पर होगी सख्त कार्रवाई

punjabkesari.in Wednesday, Aug 16, 2017 - 02:16 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के बाढ़ प्रभावित पांच जिलों के जिलाधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य तेजी लाने के निर्देश दिए। उ्होंने कहा कि इस काम में किसी भी तरह की ढि़लाई बर्दास्त नहीं होगी। सरकारी प्रवक्ता के अनुसार योगी ने बाढ़ प्रभावित महराजगंज, बलरामपुर, कुशीनगर, गोरखपुर और सिद्धार्थनगर जिलों के जिलाधिकारियों से दूरभाष पर बाढ़ की स्थिति की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने आगाह किया है कि बाढ़ राहत में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। इस काम में ढि़लाई बरतने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

प्रवक्ता ने बताया कि जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने स्तर से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सघन स्थलीय निरीक्षण कर राहत एवं बचाव कार्य तेज कराएं। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में जन-हानि रोकने के लिए सभी जरूरी आपात व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। बाढ़ चैकियों पर 24 घंटे कर्मचारियों की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा है कि राहत सामग्री समय से उपलब्ध कराई जाए। साथ ही, आवश्यकतानुसार राहत शिविरोंं एवं बाढ़ प्रभावित बसावटों में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था भी सुनिश्चित कराई जाए।

प्रवक्ता के अनुसार सिद्धार्थनगर जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में एक पीएसी की एक यूनिट पहले ही बचाव एवं राहत कार्य में लगी है। इसके अतिरिक्त एक-एक पीएसी और एनडीआरएफ की यूनिट अतिरिक्त तैनात की जा रही है। साथ ही, राहत एवं बचाव कार्य के लिए 12 मोटर बोट एवं 25 नाव तैनात की गई हैं, जबकि कुशीनगर जिले की 2 तहसीलें बाढ़ से प्रभावित हैं। यहां 29 बाढ़ चौकियों के माध्यम से राहत एवं बचाव कार्य के साथ-साथ राहत सामग्री बांटने का काम किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि पड़ोसी देश नेपाल में अत्यधिक वर्षा के कारण महराजगंज इस जिले के 178 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। जहां राहत सामग्री बाटने के साथ-साथ आवश्यकतानुसार राहत एवं बचाव का कार्य किया जा रहा है। इस जिले में जो बांध टूटे थे, उनकी मरम्मत का कार्य तेजी से चल रहा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 36 बाढ़ चैकियों की स्थापना की गई है और एनडीआरएफ की टीम राहत एवं बचाव कार्य में जिला प्रशासन की मदद कर रही है।

प्रवक्ता के अनुसार 2 दिन पूर्व ही यहां वायुसेना की मदद से 39 लोगों को एयर लिफ्ट कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था, जबकि बलरामपुर जिले में अब तक की सर्वाधिक भीषण बाढ़ के बाद जल स्तर घटना शुरु हो गया है। यहां मोटर बोट उपलब्ध कराई गई हैं और 32 बाढ़ चैकियों के माध्यम से राहत एवं बचाव कार्य चलाए जा रहे हैं। गोरखपुर में रोहिणी नदी खतरे से 3 मीटर ऊपर बह रही है।