सत्य और न्याय की स्थापना के लिए हुआ था श्रीकृष्ण का अवतार: योगी

punjabkesari.in Saturday, Aug 24, 2019 - 12:32 PM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सत्य और न्याय की स्थापना के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने आज से 50 हजार वर्ष पूर्व अवतार लिया था। भगवान श्रीकृष्ण ने मथुरा में राजपाट को छोड़कर गुजरात के द्वारिका को धर्म की स्थापना के लिए चुना।

रिजर्व पुलिस लाइंस में आयोजित ‘श्रीकृष्ण जन्मोत्सव' के अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि न्याय वही है, जिसमें पीड़ित को संतोष मिले। जब भी पृथ्वी पर आवश्यकता होगी तो भगवान श्रीकृष्ण फिर अवतरित होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार अयोध्या में दीपोत्सव और मथुरा में रंगोत्सव जैसे कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित कर चुकी है। इस वर्ष प्रयागराज कुंभ-2019 का भी सफल आयोजन किया जा चुका है, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुंभ की ब्रांडिंग हुई और भारत की साख बढ़ी, जबकि जनवरी माह में वाराणसी में प्रवासी भारतीय दिवस का भी सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। राज्य सरकार के अथक प्रयासों से और सभी के सहयोग से यह आयोजन सुरक्षित वातावरण में सफलतापूर्वक संभव हुए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में पर्वों और त्योहारों की समृद्ध परंपरा है। श्रीकृष्ण के अवतारों की उच्च परंपरा है। उनका अवतार पूर्ण अवतार माना जाता है। पर्व एवं त्योहार, हर्षोल्लास, उमंग, एकता और समरसता के प्रतीक हैं। इन्हें मनाने में जाति, मत, मजहब का कोई बंधन नहीं है। पूर्व में पुलिस लाइन और प्रदेश के थानों इत्यादि में होने वाले इन आयोजनों को बंद कर दिया गया था, लेकिन वर्ष 2017 में वर्तमान सरकार के सत्ता में आने के बाद से इन आयोजनों को पुन: चालू किया गया। जिस आयोजन को श्रद्धा के साथ मनाया जाता है, वहां पर अराजकता का कोई स्थान नहीं होता है। 

Deepika Rajput