गोरखपुर में बोले CM योगी- तुलसीदास के लिए अकबर नहीं भगवान राम थे राजा
punjabkesari.in Sunday, Mar 26, 2017 - 02:35 PM (IST)
गोरखपुर:उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के गोरखनाथ मंदिर में पहुंचने पर मिलने वालों का सिलसिला देर रात जारी रहा और मिलने वालों से सभी को विकास कार्यों में पारदर्शिता बरतने का आह्वान किया। आदित्यनाथ योगी ने आज प्रतिदिन की तरह तड़के साढ़े 3 बजे उठकर अपने दिनचर्या की शुरूआत की और उसके बाद पूजा अर्चना, योग आदि करने के बाद मंदिर में स्थित भीम सरोवर में जाकर मछलियों को दाना खिलाया। मंदिर में स्थित गौशाला में जाकर गायों की सेवा की और चारा खिलाया।
Tulsidas ji ne kabhi Akbar ko raja nahi maana tha, unka kehna tha ki mera raja ek hi hai-Bhagwan Ram: Yogi Adityanath pic.twitter.com/e7JSbldNS2
— ANI UP (@ANINewsUP) March 26, 2017
जानकारी के अनुसार आज एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि तुलसीदास ने 'राजा रामचंद्र की जय' का नारा दिया था। तुलसीदासजी ने कभी अकबर को राजा नहीं माना था। उनका कहना था कि राजा एक ही है और वो हैं भगवान राम।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की प्रशंसा करते हुए योगी ने साफ कहा था कि यह उनकी रणनीति ही है कि जिसने विधान सभा चुनाव से पहले ही परिणाम का अंदाजा लगा लिया था। मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार अपने शहर गोरखपुर पहंचे आदित्यनाथ योगी ने प्रदेश की जनता को कैलास मानसरोवर यात्रा आसान बनाने की खुशखबरी दी। उन्होंने यात्रा के इच्छुक लोगों को सरकार की ओर से एक लाख रुपए का अनुदान की घोषणा करते हुए कहा कि सरकार इसके लिए गाजियाबाद, नोयडा या लखनऊ में से किसी एक स्थान पर कैलास मानसरोवर यात्रा भवन का निर्माण कराएगी ताकि लोग वहां से सारी जानकारी एवं सुविधा प्राप्त कर सके। अब तक इस यात्रा के लिए 50 हजार रुपए मिलते थे।
प्रधानमंत्री के मंत्र .. सबका साथ, सबका विकास .. को आत्मसात करने का संकल्प दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार में प्रदेश का एक भी व्यक्ति उपेक्षित महसूस नहीं करेगा। जात-पात, लिंग, मत और मजहब के आधार पर किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा। एंटी रोमियों दल के खिलाफ शुरू हुई सुगबुगाहट का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को भी स्पष्ट निर्देश दिया है कि स्वेच्छा से घूमने निकले युवाओं और कहीं बैठे युगल को न छेड़ा जाए लेकिन स्कूल कालेजों के बाहर बालिकाओं को छेड़ने वालों को कत्तई न छोड़े।