5-5 रुपए देकर बच्चों से टॉयलेट साफ करवाती थी प्रिंसिपल, शिकायत करने पर काटा स्कूल से नाम

punjabkesari.in Saturday, Jul 20, 2019 - 02:29 PM (IST)

फैजाबादः प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बच्चों को पहुंचाने के लिए जहां सरकार स्कूल चलो अभियान चला रही है, वहीं अयोध्या के प्राइमरी स्कूल में बच्चों का नाम काटकर पढ़ाई से वंचित किया जा रहा है। यहीं नहीं स्वच्छता अभियान के नाम पर स्कूल के अध्यापकों पर टायलेट साफ करवाने का आरोप लगा है। टॉयलेट साफ करवाने के बाद मजदूरी के रूप में बच्चों को 5-5 रुपए भी दिए जाने का आरोप है और जब इस बात की शिकायत बच्चों के अभिभावक ने प्रधानाचार्य से की तो उसका नाम स्कूल से काट दिया गया। स्कूल के प्रधानाचार्य ने 3 सगे भाइयों का नाम स्कूल से काट दिया है।

जानिए क्या है मामला?
मामला अयोध्या जनपद के सोहावल शिक्षा क्षेत्र के पिलखावा प्राइमरी स्कूल का है। इस स्कूल को मॉडल स्कूल की भी संज्ञा दी गई है। इस मॉडल स्कूल में स्वच्छता के नाम पर बच्चों से टॉयलेट साफ करवाने का आरोप लगा है। अभिभावक राम कुमार विश्वकर्मा ने आरोप लगाया कि उनके तीनों बच्चों समेत स्कूल के कई बच्चों से 5-5 रुपए देकर स्कूल का टॉयलेट साफ करवाया जाता है।

5-5 रुपए देकर बच्चों से साफ कराए जाते थे टॉयलेट
अभिभावक को उस समय शक हुआ जब बच्चे 5-5 रुपये लेकर घर पहुंचे। तो उस समय बच्चों से पूछताछ की गई कि तुम्हारे पास यह 5 रुपये कहां से आए? तब बच्चों ने इस बात का खुलासा किया कि स्कूल के प्रधानाचार्य टॉयलेट साफ करवाने के बाद मजदूरी के रूप में 5-5 रुपए बच्चों को देते हैं।

शिकायत करने पर बच्चों के स्कूल से काटे नाम
इसकी शिकायत करने अभिभावक राम कुमार विश्वकर्मा स्कूल पहुंचे और उन्होंने कहा कि वह अपने बच्चे को स्कूल में पढ़ने के लिए भेजते हैं, ना कि टॉयलेट साफ करवाने के लिए। स्कूल की साफ सफाई झाड़ू लगाना तो ठीक है, लेकिन टॉयलेट साफ करवाना उचित नहीं है। इस शिकायत के बाद प्रधानाचार्य नाराज होकर उनके तीनों बच्चे एक कक्षा 3 में और एक कक्षा 5 में पढ़ता है। तीनों बच्चों का नाम काट कर स्कूल से भगा दिया।

आलाधिकारी कुछ भी कहने को तैयार नहीं
ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि जब प्रदेश सरकार सरकारी स्कूलों में बच्चों को पहुंचाने के लिए स्कूल चलो अभियान चला रही है तो ऐसे में स्कूल के अध्यापक प्रदेश सरकार के मंसूबों पर पानी फेर रहे हैं और स्वच्छता के नाम पर बच्चों से टॉयलेट साफ करवा रहे हैं। हालांकि इस पूरे मामले पर कोई भी आलाधिकारी कुछ भी कहने को तैयार नहीं है।


 

Tamanna Bhardwaj