प्रिंसिपल के निलंबन के विरोध में बच्चों ने दिया धरना, बोले जब तक गुरु जी नहीं आयेंगे तब तक हम स्कूल नहीं जाएंगे

punjabkesari.in Sunday, Nov 13, 2022 - 01:07 PM (IST)

अलीगढ़ (अर्जुन वार्ष्णेय) : आपने अक्सर स्कूल के बच्चों को शिकायत पर टीचर के निलंबन की खबर सुनी होगी लेकिन तब क्या होगा, जब प्रिंसिपल के निलंबन पर बच्चे ही धरने पर बैठ जाए और ये कहे कि जब तक गुरु जी का निलंबन खत्म नहीं होगा वो स्कूल नहीं जाएंगे। जी हा आपने बिल्कुल सही सुना है। ये ताजा मामला यूपी के अलीगढ़ जिले का है। जहां प्रिंसिपल के निलंबित होने पर बच्चे धरने पर बैठ गए। जिसकी सूचना मिलने पर पहुंचे अधिकारियों ने उन्हें समझा बुझाकर शांत कराने के साथ मामले की विस्तृत जांच कराने की बात कही है।

मानकों के अनुरूप काम न करने का आरोप
आपको बता दे कि अलीगढ़ जिले के लोधा ब्लाक के संविलियन विद्यालय रामनगर में एक स्कूल के हेडमास्टर राजकुमार को स्कूल की महिला शिक्षिकाओं और अन्य स्टाफ के साथ अभद्रता करने और और मानकों के अनुरूप काम न करने के साथ ही एमडीएम में लापरवाही बरतने के मामले में स्कूल के शिक्षकों ने प्रिंसिपल की शिकायत बीएसए से कर दी। जिसके बाद बीएसए ने जांच की तो प्रारंभिक जांच में उन्हें दोषी पाया और शनिवार को प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया।



हाथों में पोस्टर बैनर लेकर धरना प्रदर्शन

प्रिंसपल के निलंबन के विरोध में शनिवार को स्कूल के बच्चों ने पढ़ाई का बहिष्कार कर दिया और हाथों में पोस्टर बैनर लेकर धरना प्रदर्शन किया। बच्चों का कहना था कि जब तक उनके गुरुजी को वापस स्कूल नहीं भेजा जाएगा, वह पढ़ाई नहीं करेंगे। बच्चों के समर्थन में उनके अभिभावक और गांव के लोग भी उतर आए।  इसके बाद घंटो तक हंगामा चलता रहा।



धरने की सूचना पर पहुंचे आला अधिकारी

बच्चों और अभिभावकों के हंगामे की सूचना मिलने पर मडराक थाना प्रभारी और ब्लाक शिक्षा अधिकारी मौके पर पहुंचे। इसके बाद उन्होंने धरना दे रहे विद्यार्थियों और उनके परिजनों को शांत कराया। ब्लाक शिक्षा अधिकारी गिलहराज सिंह ने बताया कि स्कूल में शिक्षकों का आपसी विवाद चल रहा है। मामले की शिकायत हुई थी। जिसके बाद प्रारंभिक जांच में हेडमास्टर दोषी पाए गए थे। इसके चलते उन्हें निलंबित कर दिया गया था। वहीं अब इस मामले की विस्तृत जांच बीईओ धनीपुर आलोक श्रीवास्तव को सौंपी गई है। अब वह इस मामले की विस्तृत जांच करेंगे। इसमें बच्चों और अभिभावकों से भी बातचीत की जाएगी। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अगर शिकायत झूठी निकली तो अन्य के खिलाफ कार्रवाई होगी।

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prashant sharma