वृन्दावन बैठक में आने वालों के स्नान के लिए यमुना में हो स्वच्छ जल: योगी

punjabkesari.in Tuesday, Dec 03, 2019 - 09:06 AM (IST)

 
 लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वृन्दावन बैठक में आने वाले साधु-सन्तों के स्नान के लिए यमुना राज्य सरकार स्वच्छ जल उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है। योगी ने सोमवार शाम यहां उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा वृन्दावन बैठक 2021 की तैयारियों के सम्बन्ध में प्रस्तुतिकरण देखा। उन्होंने तैयारियों की समीक्षा करते हुए वृन्दावन बैठक के 40 हेक्टेयर क्षेत्र में सभी अवस्थापना सुविधाएं उपलब्ध कराने के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस बैठक में भाग लेने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं और साधु-सन्तों की सुविधा के लिए इस क्षेत्र में पेयजल, मार्ग प्रकाश, आवागमन की सुविधाएं, पाकिर्ंग स्थल, अस्थायी विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए। 

 मुख्यमंत्री ने 16 फरवरी, 2021 से 28 मार्च तक चलने वाली वृन्दावन बैठक में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं और साधु-सन्तों के स्नान के लिए यमुना में स्वच्छ जल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने यमुना की स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली सरकार से यमुना नदी में गिरने वाले दूषित जल और अपशिष्टों को रोकने के लिए बातचीत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार श्रद्धालुओं को स्नान के लिए स्वच्छ जल उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने यमुना जी में प्रचुर मात्रा में जल की उपलब्धता के लिए अभी से वार्ता करने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने शाही स्नान वाले स्थान की व्यवस्था चाक-चैबन्द करने के निर्देश दिए और कहा कि इस अवसर पर श्रद्धालुओं को प्रचुर मात्रा में स्वच्छ और निर्मल जल उपलब्ध कराया जाए। 

 योगी ने निर्देश दिए कि वृन्दावन बैठक क्षेत्र में प्रभावी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएं। इसके लिए 25 बेड का एक अस्पताल भी स्थापित किया जाए। साथ ही, आयोजन स्थल पर पर्याप्त संख्या में एम्बुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यातायात के सुचारु संचालन के लिए आवश्यकतानुसार पाण्टून ब्रिज भी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए राशन की व्यवस्था, सुरक्षा के द्दष्टिगत वृन्दावन बैठक क्षेत्र में अस्थायी थाना स्थापित करने तथा वृन्दावन बैठक क्षेत्र में पाइप के माध्यम से स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए। उन्होंने 41 दिन चलने वाली इस बैठक के दौरान साफ-सफाई की अच्छी व्यवस्था के साथ-साथ आयोजन क्षेत्र में इको-फ्रेण्डली टॉयलेट स्थापित करने के निर्देश नगर निगम को दिए।

उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आवागमन के कई रास्ते बनाए जाएं, ताकि टैऊफिक सुचारु रूप से संचालित हो सके।  मुख्यमंत्री ने वृन्दावन बैठक के दौरान निरन्तर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश देने के साथ-साथ ‘कृष्ण-लीला ग्राम' स्थापित करने का भी सुझाव दिया। उन्होंने मण्डलायुक्त की अध्यक्षता में सभी सम्बन्धित विभागों की आवश्यकताओं की समीक्षा करते हुए इस आयोजन के लिए आवश्यक बजट की मांग भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी सम्बन्धित विभाग इस आयोजन की सफलता के लिए आपसी समन्वय बनाते हुए कार्ययोजना बनाएं।   बैठक के दौरान पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 नीलकंठ तिवारी, मुख्य सचिव आर के तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव कुमार मित्तल, प्रमुख सचिव नगर विकास मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास अनुराग श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव ऊर्जा अरविन्द कुमार, प्रमुख सचिव लोक निर्माण नितिन रमेश गोकर्ण, प्रमुख सचिव चीनी उद्योग संजय भूसरेड्डी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल तथा उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजा कान्त मिश्र सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।   


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Ajay kumar

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