CM केजरीवाल Lucknow में अखिलेश यादव से करेंगे मुलाकात, जानें क्यों होने जा रही दोनों नेताओं की मीटिंग?

punjabkesari.in Wednesday, Jun 07, 2023 - 11:50 AM (IST)

Lucknow: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मुलाकात करेंगे। केजरीवाल प्रशासनिक अधिकारियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग के अधिकार पर केंद्र द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ विपक्षी दलों का साथ पाने की जद्दोजहद कर रहे हैं। इस मसले पर वह पूरे देश की परिक्रमा कर चुके हैं। अब तक केजरीवाल को कई पार्टी नेताओं का समर्थन मिल चुका है। वहीं अब अरविंद केजरीवाल बुधवार 7 जून को समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव से मिलने लखनऊ आ रहे हैं। 

अखिलेश यादव से मुलाकात के दौरान केजरीवाल केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ समर्थन मांगेंगे। साथ ही लोकसभा चुनाव, विपक्षी एकता सहित सियासी मुद्दों पर चर्चा भी करेंगे। अखिलेश से मुलाकात के दौरान केजरीवाल के साथ उनका डेलिगेशन यानी पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, राज्यसभा सासंद संजय सिंह, राघव चड्ढा भी मौजूद रहेंगे। हालांकि, केजरीवाल की अखिलेश से मुलाकात का मकसद केंद्र के अध्यादेश को कानून बनने से रोकना है। यह मकसद तभी पूरा हो सकता है, जब केजरीवाल को कांग्रेस का भी सपोर्ट मिले। कांग्रेस के सपोर्ट बिना केंद्र के प्रस्ताव को राज्यसभा में रोकना नामुमकिन है। कांग्रेस के अलावा उनको अन्य सभी विपक्षी दलों का साथ भी चाहिए होगा।

जानने योग्य है कि राज्यसभा में अध्यादेश कानून आने और उस पर मतदान होने की​ स्थिति में 233 सांसद वोट करेंगे। यानी अध्यादेश को कानून में बदलने के लिए 117 सांसदों का समर्थन होना किसी भी पक्ष के लिए जरूरी है। राज्यसभा में भाजपा के अकेले 92 सांसद हैं। साथ ही उसे अपने सहयोगी दलों के कुछ सांसदों का समर्थन भी हासिल है। इसके बावजूद भाजपा को विपक्षी दलों के कुछ ही सांसदों को अपने खेमे में करने की जरूरत है।

ये है राज्यसभा सांसदों का जोड़ गणित
बता दें कि आम आदमी पार्टी के राज्यसभा में तीन सांसद हैं। भाजपा के बाद राज्यसभा में सबसे ज्यादा 31 सांसद कांग्रेस के हैं। यानी कांग्रेस का समर्थन हासिल किए बगैर सीएम अरविंद केजरीवाल की मुहिम को सफलता नहीं मिलने वाली है। बता करें समाजवादी पार्टी की तो राज्यसभा में उनके 8 सांसद हैं।

Content Writer

Tamanna Bhardwaj