आर्थिक तौर पर कमजोर महिलाओं-बेटियों के लिए मसीहा बने CM योगी, स्वर्णिम योजनाएं बनी ताकत

punjabkesari.in Sunday, Jun 20, 2021 - 07:04 PM (IST)

लखनऊः योगी आदित्यनाथ सरकार ने जब से उत्तर प्रदेश में सत्ता की बागडोर संभाली तब से निरंतर महिलाओं और बेटियों के उत्थान पर काम कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश की महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा, सेहत, शिक्षा और उनको आत्मनिर्भर यूपी की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सीएम योगी ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की जरूरतमंद महिलाओं और बेटियों  के लिए कई स्वर्णिम योजनाओं को प्रदेश में लागू किया जिसके कारण आज कोरोना की दूसरी लहर के बावजूद सीएम की यह स्वर्णिम योजनाएं प्रदेश की महिलाओं बेटियों के लिए ढाल बनी हैं।

सत्‍ता की बागडोर संभालते ही मुख्‍यमंत्री योगी ने प्रदेश की महिलाओं के हित में ठोस कदम उठाए हैं। उसका ही परिणाम है कि मिशन शक्ति जैसे वृहद अभियान से महिलाओं व बेटियों का मनोबल बढ़ा है वहीं योगी सरकार की स्‍वर्णिम योजनाओं से विकास के पथ पर महिलाओं के कदम तेजी से बढ़ रहें हैं। कोरोना काल में योगी सरकार ने एक ओर जहां जान भी जहान भी के संकल्प को पूरा करते हुए प्रदेशवासियों को जानलेवा वायरस से प्रकोप से सुरक्षित रखा वहीं कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रदेश की महिलाओं और बेटियों तक पहुंचाया। जिसका परिणाम है कि कोरोना काल खंड के बावजूद भी कन्या सुमंगला योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, पति की मृत्यु उपरान्त निराश्रित महिला पेंशन योजना,181 महिला हेल्प डेस्क, वन स्टॉप सेंटर,महिला शक्ति केंद्र और रानी लक्ष्मी बाई महिला सम्मान कोष जैसी सीएम की लाभकारी योजनाओं से कई नए लाभार्थी जुड़े हैं।

निराश्रित महिला पेंशन योजना से जुड़े 1.85 लाख नए लाभार्थी
महिलाओं के चौमुखी विकास के लिए उनकी सुरक्षा, शिक्षा, स्‍वावलंबन, सम्‍मान, सेहत को केन्द्रित करते हुए योगी सरकार की योजनाओं से प्रदेश की आधी आबादी को प्रोत्‍साहन मिल रहा है। कोरोना काल में 'पति की मृत्यु उपरान्त निराश्रित महिला पेंशन योजना' के तहत 1.85 लाख नए लाभार्थी जुड़े हैं। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने प्रदेश की महिलाओं को सम्‍मान व सुरक्षा देने के उद्देश्‍य से शुरू की गई पति की मृत्‍योपरांत निराश्रित महिला पेंशन योजना ने महिलाओं को कवच प्रदान किया है। इस योजना के तहत 27.95 लाख लाभार्थियों को लाभान्वित किया जा चुका है।

कन्या सुमंगला योजना से जुड़े 44 हजार नए लाभार्थी
प्रदेश में कन्या सुमंगला योजना एक अप्रैल 2019 से लागू हुई। तब से आज तक प्रदेश में इस योजना के तहत 7.58 लाख लाभार्थियों को लाभान्वित किया जा चुका है। बता दें कि मार्च 2021 तक यह आंकड़ा 7.14 लाख था पर महज तीन महीनों में इस योजना से लगभग 44 हजार नए लाभार्थियों को जोड़ उन तक योजना का लाभ पहुंचाया जा रहा है।

12.76 लाख महिलाओं और बेटियों को योजनाओं से गया जोड़ा
प्रदेश के 64 जनपदों में महिला शक्ति केंद्रों का संचालन किया जा रहा है। साल 2020-2021 में कुल 37,406 गतिविधियों के जरिए 18.46 लाख महिलाओं और बेटियों को जागरूक किया गया। इसके साथ ही कोरोना काल के बावजूद महिला शक्ति केंद्रों के जरिए प्रदेश की 12.76 लाख महिलाओं और बेटियों को सीएम की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ा गया है।


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Content Writer

Moulshree Tripathi

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