CM योगी ने गोरखनाथ मंदिर के शक्तिपीठ में 5 माह की कन्या को कराया अन्नप्राशन, चंदन लगाकर गोद में उठाया

punjabkesari.in Friday, Oct 08, 2021 - 01:01 PM (IST)

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्मंत्रीयोगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर के शक्तिपीठ में 5 माह की कन्या मृगाक्षी को अन्नप्राशन कराया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार में स्वास्थ्य मंत्री राजा जयसिंह उनकी धर्मपत्नी रानी वसुंधरा उपस्थित रहीं।  मुख्मंत्री योगी अदित्यनाथ ने आवासीपिरसर में रमृगाक्षी  को अन्नप्राशन के बाद चंदन का टीका लगाया तथा चुनरी ओढ़ाकर कर  गोद में भी लिया।



बता दें कि शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन गोरखनाथ मन्दिर में परम्परागत रूप से गोरक्षपीठाधीश्वर महन्त योगी आदित्यनाथ ने वैदिक मन्त्रों के बीच कलश स्थापना किया है। सर्वप्रथम नाथ जी की पूजा गोरक्षपीठाधीश्वर द्वारा किया गया तत्पश्चात मन्दिर मे स्थापित दुर्गा जी के मन्दिर मे कालभैरव की पुजा हुई तथा वहां रखे गये त्रिशुल आदि शस्त्रों को गोरक्षपीठाधीश्वर ने साधु-सन्त एवं संस्कृत विद्यापीठ के छात्रो को दिया। इसके बाद एक शोभा यात्रा मठ के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ जी नेतृत्व में शंख, घंट-घड़ियाल एवं नागफनी (वाद्य-यंत्र) के साथ भीम सरोवर की परिक्रमा की तथा सरोवर मेे अस्त्र शस्त्रों को स्नान कराया गया एवं कलश में जल भरे। तत्पश्चात पुनः अस्त्र-शस्त्रों को दुर्गा मंदिर में महंत योगी आदित्यनाथ द्वारा स्थापित किया गया।



कलश स्थापना के पूर्व गोरक्षपीठाधीश्वर की अनुमति से गोरखनाथ मंदिर परिसर में परंपरागत भव्य कलश शोभायात्रा श्रद्धाभाव से निकाली गई। शाम करीब साढ़े पांच बजे मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ को गोरक्षपीठाधीश्वर ने परंपरागत रूप से अपने हाथों से शिवावतारी गुरु गोरक्षनाथ का त्रिशूल देकर रवाना किया। योगी कमलनाथ की अगुआई में साधु-संतों की कलश शोभायात्रा मां दुर्गा के जयघोष के बीच भीम सरोवर पहुंची। जहां कलश भरने के बाद भीम सरोवर की परिक्रमा कर कलश शोभायात्रा वापस शक्ति मंदिर में पहुंची और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कलश स्थापित किया गया। मंदिर के प्रधान पुरोहित आचार्य रामानुज त्रिपाठी एवं अन्य पुरोहितों ने निर्देशन में योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले मां दुर्गा, भगवान शिव और गुरु गोरखनाथ के शस्त्र त्रिशूल को प्रतिष्ठित करके गौरी-गणेश की आराधना की।

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Ramkesh