11 घंटे तहखाने में बंधक रहे 23 बच्चों को CM योगी ने बैग देकर किया सम्मानित

punjabkesari.in Friday, Feb 07, 2020 - 06:15 PM (IST)

लखनऊः फर्रुखाबाद में बंधक बनाए गए 23 बच्चों की बहादुरी और धैर्या से प्रभावित हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को उन्हें बैग देकर सम्मानित किया। बीते 30 जनवरी को ऑपरेशन 'मासूम' को यूपी पुलिस ने सफलापूर्वक खत्म कर सभी 23 मासूमों को सुरक्षित सिरफिरे के चंगुल से बचाया था। सिरफरे ने जहां बच्चों को कैद किया था, वहां सिलेंडर बम रखा था। इस दौरान बहादुरी दिखाते हुए 14 साल की अंजलि ने सिलेंडर बम का तार काट सभी बच्चों की जान बचाई। जिसके चलते सीएम योगी इन 23 बच्चों सहित अंजलि को सम्मानित कर रहे हैं। 

बहादुर अंजलि को मिल सकता है बाल शक्ति पुरस्कार
इतना ही नहीं बहादुर अंजलि को अगले साल राष्ट्रपति के हाथों बाल शक्ति पुरस्कार मिल सकता है। पुरस्कार के लिए उसका नाम भेजा जाएगा। बच्चों के अलावा पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कुल 60 लोगों को सम्मानित किया जाएगा।

बर्थडे पार्टी के बहाने 23 बच्चों को बनाया गया था बंधक 
बता दें कि करथिया गांव में बदमाश सुभाष बाथम व उसकी पत्नी ने अपनी बेटी की बर्थडे पार्टी के बहाने गांव के 23 बच्चों को घर पर बुलाया था। यहां तहखाने में दंपति ने मिलकर बच्चों को बंधक बना लिया था। तहखाने में 15 किलो बारूद से भरा सिलिंडर बम रखा था। यहीं पर सभी बच्चे बंधक बने थे। तभी 14 वर्षीय अंजलि ने सिलिंडर बम के तार को दांतों से काट दिया था। इससे बड़ी घटना टल गई थी।

8 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बच्चों को पुलिस ने बचाया 
बाथम ने बच्चों को करीब 11 घंटे तक उन्हें तहखाने में बंद रखा था। बाद में पुलिस ने मुठभेड़ में बाथम को मार गिराया था। उसी दौरान भागने का प्रयास कर रही बाथम की पत्नी रूबी को ग्रामीणों ने पकड़कर पीट दिया था। इसमें उसकी मौत हो गई। अभियान में सभी बच्चों को सुरक्षित बचा लिया गया था। पुलिस ने 8 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बच्चों के सकुशल बाहर निकाला।

आरोपी दंपति की बेटी को पुलिस ने लिया गोद 
सुभाष और रूबी की मौत के बाद उनकी सालभर की बेटी गौरी अनाथ हो गई है, कानपुर आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने गोद लिया है। बच्ची की देखरेख की जिम्मेदारी अब आईजी खुद उठाएंगे।


 

Tamanna Bhardwaj