CM योगी ने जनता दरबार लगाकर सुनी जन समस्याएं, समाधान का दिया भरोसा

punjabkesari.in Tuesday, Jan 30, 2018 - 03:39 PM (IST)

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को जनता दरबार लगाकर फरियादियों की समस्याएं सुनी और अधिकारियों को निस्तारण के निर्देश दिए। कुशीनगर के विष्णुपुरा क्षेत्र के बैकुंठपुरी गांव की निवासी नजमा खातुन ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाई कि 2012 में उसकी शादी हुई थी मगर खाडी देश ओमान में नौकरी कर रहे उसके पति यूसूफ ने दूरभाष पर उसे 3 तलाक दे दिया जिसका कारण दहेज का न मिलना था। 5 साल के पुत्र के साथ जनता दरबार में आई नजमा ने बताया कि शादी के बाद पति अपनी मां के कहने पर उसे काफी प्रताड़ित करता था और उसी के कहने पर तलाक भी दिया।

पीड़िता ने बाद में बताया कि हमें कितना दर्द है जो मैं बयां नहीं कर सकती क्योंकि मेरे मां-बाप बहुत गरीब हैं और अपने मां-बाप पर बोझ नहीं बनना चाहती तथा पति के घर जा नहीं जा सकती हूं। उसने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों से फरियाद लगाई लेकिन कोई सफलता न मिलने पर यहां योगी के जनता दरबार में न्याय के लिए आई थी और हमने अपना पूरा दर्द मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताया। मुख्यमंत्री ने पूरा दर्द सुना और आवेदन पत्र लिया। साथ ही आश्वासन दिया कि जल्द ही उस पर कार्रवाई की जाएगी। उसने बताया कि मुख्यमंत्री ने धैर्य के साथ उसकी बात सुनी और कहा कि उनके स्तर से जिनता हो सकेगा उतना करेंगे।

देवरिया जिले के भाटपार रानी के बलुवन गांव की रहने वाली इंद्रावती रोती बिलखती मुख्यमंत्री के सामने आई और उसने निवेदन किया कि उसकी पुश्तैनी जमीन को गांव के कुछ लोग फर्जी हस्ताक्षर करके हड़पना चाहते है। इन्द्रावती ने बताया कि गांव में उसकी पुश्तैनी जमीन है और गांव के कुछ लोग उसे तथा उसके परिवार को जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं और आशंका है कि यह लोग कभी भी कोई अनहोनी घटना कर सकते हैं।

उन्होंने बताया कि जिले में तैनात सभी वरिष्ठ अधिकारियों से अपनी फरियाद लगाई लेकिन कोई सफलता न मिलने पर योगी के जनता दरबार में आई थी। यहां हमने अपना पूरा दर्द मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताया। मुख्यमंत्री ने पूरा दर्द सुना और आवेदन पत्र लिया साथ ही आश्वासन दिया कि जल्द ही उस पर कार्रवाई की जाएगी। योगी के आश्वासन के बाद पीड़ित महिला आश्वस्त लग रही थी और उसने बताया कि उसे उम्मीद है कि मुख्यमंत्री के प्रयास से केई अनहोनी घटना नहीं होने पाएगी।