कानपुर एनकाउंटर पर बोले सीएम योगी- यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा

punjabkesari.in Friday, Jul 03, 2020 - 03:27 PM (IST)

कानपुरः यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि जनपद कानपुर में 'कर्तव्य पथ' पर अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले 08 पुलिसकर्मियों को भावभीनी श्रद्धांजलि। शहीद पुलिसकर्मियों ने जिस अपरिमित साहस व अद्भुत कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन किया, उ.प्र. उसे कभी भूलेगा नहीं। उनका यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।

वहीं इस मामले पर विपक्ष ने योगी सरकार को निशाने पर लिया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, ''बदमाशों को पकड़ने गई पुलिस पर अंधाधुंध गोलीबारी की गयी जिसमें उप्र पुलिस के सीओ, एसओ सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। उत्तर प्रदेश पुलिस के इन शहीदों के परिजनों के साथ मेरी शोक संवेदनाएं। प्रदेश में कानून व्यवस्था बेहद बिगड़ चुकी है, अपराधी बेखौफ हैं।' उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा, ''आमजन व पुलिस तक सुरक्षित नहीं है। कानून व्यवस्था का जिम्मा खुद मुख्यमंत्री के पास है। इतनी भयावह घटना के बाद उन्हें सख़्त कार्रवाई करनी चाहिए। कोई भी ढिलाई नहीं होनी चाहिए।'' 

बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ''कानपुर में शातिर अपराधियों द्वारा मुठभेड़ में डीएसपी सहित 8 पुलिसकर्मियों की मौत व 7 अन्य के आज तड़के घायल होने की घटना अति-दुःखद, शर्मनाक व दुर्भाग्यपूर्ण है। स्पष्ट है कि यूपी सरकार को खासकर कानून-व्यवस्था के मामले में और भी अधिक चुस्त व दुरुस्त होने की जरूरत है।'' 

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक ट्वीट में कहा, ''कानपुर की दुखद घटना में आठ वीरों की शहादत, श्रद्धांजली। उत्तर प्रदेश के आपराधिक जगत की इस सबसे शर्मनाक घटना में ‘सत्ताधारियों और अपराधियों ‘की मिलीभगत का ख़ामियाज़ा कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मियों को भुगतना पड़ा है। अपराधियों को जिंदा पकड़कर वर्तमान सत्ता का भंडाफोड़ होना चाहिए।''

बता दें कि कानपुर में अपराधियों के साथ हुई मुठभेड़ में एक पुलिस उपाधीक्षक सहित यूपी पुलिस के 8 कर्मी शहीद हो गए। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि 2 और 3 जुलाई की मध्य रात्रि को चौबेपुर पुलिस थाने के अंतर्गत दिकरू गांव में पुलिस का दल आदतन अपराधी विकास दुबे को गिरफ्तार करने जा रहा था। उसी दौरान मुठभेड़ हो गई।अधिकारियों ने बताया कि पुलिस का एक दल अपराधी के ठिकाने के पास पहुंचने ही वाला था। उसी दौरान एक इमारत की छत से पुलिस दल पर अंधाधुंध गोलीबारी की गई जिसमें पुलिस उपाधीक्षक एस पी देवेंद्र मिश्रा, तीन उप निरीक्षक और चार कॉन्स्टेबल मारे गए।


 

Tamanna Bhardwaj