योगी बोले- कोरोना का खतरा टला नहीं, कड़ाई से करें नियमों का पालन

punjabkesari.in Wednesday, Jan 05, 2022 - 06:11 PM (IST)

झांसी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस के नये रूप ओमिक्रॉन के लगातार बढ़ रहे मामलों के मद्देनजर बुधवार को स्पष्ट कहा कि संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है, इसलिए सभी लोग कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करें। राज्य सरकार हर प्रदेशवासी के जीवन और जीविका की सुरक्षा के लिए संकल्पित है। मुख्यमंत्री ने लोकभवन में अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की और वर्चुअली भी प्रदेश भर के अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि अभी इस संक्रमण का खतरा टला नहीं है, इसलिए सभी लोग कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें, मास्क लगाएं, सेनेटाइजर का उपयोग करें और सोशल डिस्टेन्सिंग का कड़ाई से पालन करें। संक्रमण को लेकर अनावश्यक घबराने की जरूरत नहीं है। जरूरत इस बात की है कि इस संक्रमण से बचने के लिए सभी एहतियात बरते जाएं। आईसीसीसी तथा निगरानी समितियों को प्रभावी ढंग से एक्टीवेट किया जाए और इनकी गतिविधियों का निरीक्षण भी किया जाए। निगरानी समितियां अपने-अपने सम्बन्धित क्षेत्रों में टीका न लगवाने वाले लोगों की सूची तैयार कर जिला प्रशासन को उपलब्ध करायें। जिला प्रशासन इनके टीकाकरण की व्यवस्था सुनिश्चित करें।

संक्रमण के दृष्टिगत टेस्टिंग के लिए पिछली कोरोना लहर के दौरान संतोषजनक कार्य करने वाली लैब्स को एक्टिवेट किया जाए, परन्तु इनकी कार्य प्रणाली और इनके द्वारा मुहैया करायी जा रही रिपोटर् की मॉनिटरिंग अवश्य की जाए। उन्होंने कोरोना संक्रमण के विस्तार को रोकने के दृष्टिगत राज्य स्तर पर गठित स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाहकार पैनल से परामर्श कर आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि लोगों को संक्रमण के विषय में सही जानकारी दी जाए। इससे बचाव के उपाय भी बताये जायें। संक्रमित व्यक्ति को आवश्यक दवाओं के विषय में विस्तृत जानकारी दी जाए।  बैठक के दौरान स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाहकार पैनल ने मुख्यमंत्री को बताया कि वर्तमान वेरिएंट पिछले वेरिएंट्स की तुलना में कम नुकसानदायक है। वैक्सीनेटेड सामान्य व्यक्ति के लिए यह बड़ा खतरा नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हर एक प्रदेशवासी के जीवन और जीविका की सुरक्षा के लिए संकल्पित है। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने 10वीं तक के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों में मकर संक्रांति तक अवकाश घोषित करने के निर्देश दिये। इस अवधि में विद्यार्थियों का टीकाकरण जारी रहेगा। उन्होंने व्यापक जनहित के द्दष्टिगत निर्देश दिये कि जिन जनपदों में एक्टिव केस की न्यूनतम संख्या 1000 से अधिक हो जाए, वहां जिम, स्पा, सिनेमा हॉल, बैंक्वेट हॉल, रेस्टोरेंट आदि सार्वजनिक स्थलों को 50 फीसदी क्षमता के साथ संचालित किया जाए।    

शादी समारोह और अन्य आयोजनों में बंद स्थानों में एक समय में 100 से अधिक लोगों की सहभागिता न हो। खुले स्थान पर ग्राउंड की कुल क्षमता के 50 फीसदी से अधिक लोगों के उपस्थिति की अनुमति न दी जाए। मास्क-सेनिटाइजर की अनिवार्यता रहे। रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू रात 10 से प्रात: छह बजे तक लागू किया जाए। यह व्यवस्था छह जनवरी, 2022 से प्रभावी होगी।  मुख्यमंत्री ने सभी शासकीय, अर्द्धशासकीय तथा निजी कार्यालयों, आई0टी0 संस्थाओं, कंपनियों, ऐतिहासिक स्मारकों, होटल-रेस्त्रां, औद्योगिक इकाइयों, व्यापारिक स्थलों, मॉल्स, अस्पतालों, आस्थानों सहित धार्मिक स्थलों पर कोविड हेल्प डेस्क स्थापित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इन सभी जगहों पर लोगों को बिना स्क्रीनिंग और सैनिटाइजेशन के प्रवेश न दिया जाए। प्रत्येक जनपद में मौजूद एम्बुलेन्सों में से 10 प्रतिशत एम्बुलेंस को आईसीसीसी से जोड़ने के निर्देश दिये।

उन्होंने कहा कि बाकी 90 प्रतिशत एम्बुलेन्स अपने रूटीन कार्य करती रहें। उन्होंने सभी औद्योगिक इकाइयों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना करने और कोरोना प्रोटोकॉल का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये और साथ ही कहा कि औद्योगिक इकाइयों को बन्द न किया जाए।  उन्होंने जरूरतमंदों को किये जा रहे खाद्यान्न वितरण को प्रभावी बनाने के निर्देश दिये। संक्रमण के मद्देनजर आवश्यक दवाओं की किट्स तैयार रखने के भी निर्देश देते हुए कहा कि सभी जनपदों के नोडल अधिकारी अपने-अपने जनपदों के जिलाधिकारियों से सम्पकर् कर स्थिति और तैयारियों की समीक्षा करें। मरीजों के अनावश्यक हॉस्पिटलाइजेशन से बचा जाए, परन्तु को-मॉर्बिडिटी वाले मरीजों के संक्रमित होने पर उनकी मॉनीटरिंग किये जाने पर बल दिया।  बैठक में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मंडल आयुक्त डॉ़ अजय शंकर पाण्डेय, जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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Ramkesh