कृषि कानून रद्द होने पर CM योगी बोले- लोकतंत्र की आवाज को अनसुना नहीं कर सकते

punjabkesari.in Friday, Nov 19, 2021 - 12:27 PM (IST)

लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह 9 बजे देशवासियों को संबोधित करते हुए तीनों कृषि कानून वापस लेने का बड़ा ऐलान किया है। गुरुपर्व के अवसर के साथ ही किसानों की खुशी दोगुनी हो गई है। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतिक्रिया दी है।

सीएम योगी ने कहा कि कृषि क़ानून चाहें जैसे भी रहे हों, लेकिन अगर कहीं से भी आवाज़ निकली है तो लोकतंत्र में संवाद की अनसुनी नहीं कर सकते। जब कहीं से आवाज़ उठी है तो उसकी भी सुनवाई होगी, बातचीत से, संवाद से हम इन समस्याओं का समाधान करेंगे। उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानूनों को प्रधानमंत्री जी द्वारा वापस लिए जाने का मैं उत्तरप्रदेश शासन की ओर से हॄदय से स्वागत करता हूं। हम सब जानते हैं कृषि कानूनों को लेकर किसान संगठन आंदोलन कर रहे थे। आज गुरुपर्व पर प्रधानमंत्री ने लोकतंत्र में संवाद की भाषा का इस्तेमाल करते हुए तीनों कृषि कानून को वापस लेकर जो ऐतिहासिक कार्य किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं उसके लिए उनके इस कदम का स्वागत और अभिनन्दन करता हूं। शुरू से ही इस सम्बंध में एक बड़ा समुदाय ऐसा था को इस बात को मानता था कि  किसानों की आमदनी को बढ़ाने के लिए इस तरह के कानून महत्वपूर्ण भूमिका तय कर सकते हैं, लेकिन उस सबके बावजूद कतिपय किसान संगठन इस के विरोध में आये तो सरकार ने हर स्तर पर संवाद बनाने का प्रयास किया।

उन्होंने कहा कि ये हो सकता है कि हम लोगों की तरफ से कोई कमी रह गई होगी हम उन लोगों को समझाने में कहीं न कहीं विफल रहे। जिसके बाद उन्हें आंदोलन के रास्ते आगे बढ़ना पड़ा था, लेकिन लोकतंत्र के इस भाव का सम्मान करते हुए तीनो कृषि कानूनों को वापस लेने और एमएसपी को भी लेकर एक समिति के गठन करने का हम प्रदेश सरकार की ओर से स्वागत करते हैं, साथ ही गुरुपर्व की की शुभकामनाएं देते हैं। 
 

Content Writer

Tamanna Bhardwaj