हिंदी भाषा रोजगार का बहुत बड़ा माध्यमः CM योगी

punjabkesari.in Saturday, Feb 22, 2020 - 05:04 PM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हिंदी भाषा देश के बड़े भूभाग को जोड़ने का कार्य करती है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने हिंदी भाषा के महत्व को समझा और दुनिया भर में हिंदी को बढ़ाए जाने की वकालत की। उन्होंने कहा कि हिंदी भाषा रोजगार का बहुत बड़ा माध्यम है और भारत के ऋषि संस्कृत को बहुत पहले ही रोजगार से जोड़ चुके हैं।

सीएम योगी ने कहा कि अगर संस्कृत पढ़ने वाला व्यक्ति अपनी बुद्धि का सही ढंग से उपयोग करे तो वह कभी भूख से नहीं मर सकता। योगी ने कहा कि साहित्य की एक लंबी कहानी है। दुनिया को साहित्य का पाठ हम भारतीयों ने पढ़ाया है। दुनिया का सबसे प्राचीन ग्रंथ 'ऋग्वेद' भी भारत ने ही दिया है। धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष की बातें महाभारत जैसे ग्रंथ में लिखी हैं।

उन्होंने कहा कि तुलसीदास जी ने अवधी में श्रीरामचरितमानस के माध्यम से बहुत कुछ दिया और श्रीरामचरितमानस किसी बंधन में नहीं बंधा। यह हिंदी, संस्कृत, तेलुगू, मलयालम, कन्नड़ में भी रचित है। उन्होंने कहा कि अवधी को भले ही भारतीय संविधान ने मान्यता न दी हो, लेकिन भारत के लोग हर दिन श्रीरामचरितमानस का पाठ पढ़ते है। यह भारत की वास्तविक ताकत है और हमें इसे पहचानना होगा। 

सीएम योगी ने कहा कि 100 साल पहले जब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी काशी हिंदू विश्वविद्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम में आए तो वो काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए गए थे। इस दौरान उन्होंने वहां पर गंदगी देखकर हैरानी भी जताई थी, लेकिन आज हमने काशी विश्वनाथ मंदिर के सौंदर्यीकरण की कार्ययोजना बनाकर कार्य प्रारंभ कर दिया है। बता दें कि सीएम योगी ने उक्त बातें शनिवार को लखनऊ विश्वविद्यालय में भारतीय भाषा महोत्सव-2020 कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह के दौरान कहीं। 


 

Tamanna Bhardwaj