कोरोना आपदा में मानव सेवा हर किसी का धर्म : CM योगी

punjabkesari.in Monday, Jul 20, 2020 - 09:48 AM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों से चिंतित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की संस्थाओं के तालमेल पर जोर देते हुए कहा कि महामारी की आपदा में मानव सेवा हर किसी का धर्म होना चाहिए, जिसमें गलतियों की कोई गुंजाइश नहीं है।

योगी ने रविवार शाम लखनऊ में कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिये आयोजित बैठक में कहा कि कोविड-19 सम्बन्धी सभी सेवाओं और गतिविधियों को इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर से जोड़ा जाये। संक्रमण के सम्बन्ध में स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही न बरते। इस महामारी की आपदा में मानव सेवा हमारा धर्म होना चाहिए, जिसमें गलतियों के लिए कोई स्थान न हो।

उन्होंने कहा कि लखनऊ में कोरोना संक्रमण की दर को रोकने के लिए कॉन्टैैक्ट ट्रेसिंग हर हाल में सुनिश्चित की जाए। डोर-टू-डोर सर्वे के कार्य में कोई कोताही न हो। उन्होंने डीजी हेल्थ की तत्काल नियुक्ति के लिए मुख्य सचिव को निर्देश दिए। कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर ऐसा हो, जिससे यह निश्चित हो सके कि मरीज की स्थिति के अनुसार उसे लखनऊ के डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, एसजीपीजीआई, केजीएमयू0 तथा एल-1, एल-2 अथवा एल-3 अस्पतालों में भर्ती किया जाए। सीएमओ की टीम मरीज की स्थिति की जानकारी प्राप्त कर निश्चित अस्पताल में उसे तुरन्त भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित करे। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकबन्धु अस्पताल में बेड को बढ़ाकर 200 किया जाए एवं आवश्यक मानव संसाधन तत्काल उपलब्ध कराया जाए। 

उन्होंने सिविल, लोकबन्धु, बलरामपुर तथा डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल के प्रभारी चिकित्सकों से स्थिति की जानकारी प्राप्त की और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने एसजीपीजीआई के निदेशक को डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान का भ्रमण करने के निर्देश दिए। उन्होंने एसजीपीजीआई के निदेशक को आरएमएल, सिविल, लोकबन्धु, बलरामपुर के प्रभारियों के साथ बैठक कर कोविड-19 के उपचार के सम्बन्ध में एक एसओपी विकसित करने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि लखनऊ के मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्साधिकारी इस बैठक में सम्मिलित हों। मरीजों के उपचार के सम्बन्ध में विकसित इस व्यवस्था को पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा। राजधानी लखनऊ में प्रदेश के हर जिले से लोग उपचार के लिए आते हैं। वर्षा ऋतु के द्दष्टिगत कोविड-19 तथा संचारी रोगों के संक्रमण के नियंत्रण पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन को सजगता व सतकर्ता के साथ कार्य करना होगा। 
 

Tamanna Bhardwaj