CM योगी ने 1535 थानों में महिला हेल्प डेस्क किया शुरू, सिर्फ महिला पुलिसकर्मी सुनेंगी फरियाद

punjabkesari.in Friday, Oct 23, 2020 - 03:54 PM (IST)

लखनऊः यूपी सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बेहद सतर्क है। जिसके चलते सीएम योगी के निर्देश पर कई कदम उठाए जा रहे हैं। इसी सिलसिले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से 1535 थानों में महिला डेस्क का शुभारंभ किया है। इस डेस्क की खासियत ये है कि यहां महिला फरियादियों की बात सुनने के लिए पुरुष अधिकारी नहीं बल्कि महिला अधिकारी मौजूद होंगी। इस डेस्क को महिलाओं की शिकायतों के समाधान के लिए ही स्थापित किया गया है। सीएम योगी ने शुक्रवार को सभी थानों में महिला डेस्क की शुरुआत कर दी है। उत्तर प्रदेश में महिला और बालिकाओं की सुरक्षा और सम्मान को समर्पित 180 दिन का महत्वपूर्ण अभियान मिशन शक्ति की शुरुआत करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार इसकी मॉनिटरिंग भी कर रहे हैं।

योगी ने शुक्रवार को प्रदेश के 1535 थानों में महिला हेल्प डेस्क का शुभारंभ किया। इन थानों में महिलाओं से संबंधित समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई की व्यवस्था होगी। सभी थानों में महिला डेस्क की शुरुआत का मकसद महिलाओं की शिकायतों का जल्द से जल्द समाधान देना है। इन डेस्क पर महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है, ताकि शिकायत लेकर पहुंचने वाली महिलाएं अपनी बात आसानी से रख सकें। अब तक देखा जाता था कि शिकायत लेकर आने वाली महिलाएं पुरुष पुलिस कर्मियों के सामने अपनी बात ठीक से नहीं रख पाती थी। जिसके चलते सही कार्रवाई भी नहीं हो पाती थी। महिला सुरक्षा को लेकर सीएम योगी ने कहा है कि ये हमारी प्राथमिकता है। इन महिला डेस्क पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर 24 घंटे काम किया जाएगा। सीएम योगी ने कहा कि महिलाओं को सभी हेल्पलाइन नंबर्स की जानकारी होने चाहिए। उन्होंने कहा कि इन नंबर्स पर जरूरतमंद महिलाएं ही शिकायत करें ताकि उन्हें समाधान मिलने में देरी न हो।

बता दें कि अत्याधुनिक महिला डेस्क राजधानी लखनऊ के विभूतिखंड थाने में बनाई गई है। महिला हेल्प डेस्क पर मौजूद कंप्यूटर पर शिकायत दर्ज होने के बाद महिला फरियादी को पर्ची मिलेगी। जिससे पुलिस अपडेट भी लेती रहेगी। हेल्प डेस्क पर चैबीस घंटे के लिए महिला पुलिसकर्मियों की तैनात रहेगी। जो आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में ड्यूटी कर महिलाओं की शिकायतें सुनेंगी। डेस्क ग्लास से तैयार की जाएगी. इसमें पीड़ित महिला अंदर बैठकर अपनी समस्या बता सकती हैं। ग्लास इस तरह लगाए जाएंगे कि अंदर बैठी पीड़ित महिला की बात न तो किसी और को सुनाई देगी न ही वो बाहर से किसी को दिखाई देगी। 

Tamanna Bhardwaj