संगीत साेम ने जिस ताजमहल काे काला धब्बा बताया, उसी का दीदार करने पहुंचे याेगी

punjabkesari.in Thursday, Oct 26, 2017 - 03:04 PM (IST)

आगराः दुनिया के सात अजूबाें में शामिल ताजमहल के दीदार के लिए मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ वीरवार काे आगरा पहुंचे। यहां पहुंचकर याेगी ने सबसे पहले ताज के पश्चिमी गेट के पास चल रहे स्वच्छता अभियान में हिस्सा लिया। याेगी ने यहां मास्क पहनकर झाड़ू लगाई। इस दाैरान उनके समर्थकों ने 'जय श्रीराम' के नारे लगाए।

बता दें कि इससे पहले ताजमहल काे लेकर काफी विवाद हुआ। बीजेपी विधायक संगीत साेम ने ताजमहल काे भारतीय संस्कृति पर एक धब्बा बताया। जिसके बाद काफी विवाद हुआ। आखिर ताज पर विवाद क्याें शुरू हुआ, इससे हम आपकाे अवगत करा रहे हैं।

क्याें पनपा विवाद?
दरअसल याेगी सरकार के प्रदेश की सत्ता पर 6 महीने पूरे होने पर राज्य के पर्यटन स्थलों की टूरिज्म बुकलेट जारी की गई। दुनिया के सातवें अजूबे में शामिल विश्व प्रसिद्ध ताजमहल काे सरकार ने अपनी बुकलेट में शामिल नहीं किया। सीएम योगी ने ताज की जगह गोरखधाम मंदिर को जगह दी। जिसके बाद विवादित बयानों का दौर शुरु हो गया। एेसे ही कुछ विवादित बयानाें से हम आपकाे रूबरू करा रहे हैं जिनकी वजह से खूब विवाद खड़ा हुआ।

ताजमहल भारतीय संस्कृति पर एक धब्बा-संगीत साेम
उल्लेखनीय है कि गत दिनों ताजमहल पर बीजेपी विधायक संगीत सोम ने एक विवादित बयान दिया था। जिसमें संगीत सोम ने ताजमहल को “भारतीय संस्कृति पर एक धब्बा” बताया। संगीत सोम ने ताजहमल को संस्कृति पर कलंक बताते हुए कहा था कि ताजमहल का निर्माण गद्दारों ने किया था। उन्होंने कहा कि हम किस इतिहास के बारे में बात कर रहे हैं? ताजमहल के निर्माता (शाहजहां) ने अपने पिता को कैद कर दिया था। यदि ये लोग हमारे इतिहास का हिस्सा हैं, तो यह हमारे लिए बहुत दुख की बात है और हम इस इतिहास को बदल देंगे।

बयान पर यूं गरमाई सियासत
संगीत सोम के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियाराें में भूचाल आ गया। समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान ने बिना संगीत सोम का नाम लिए कहा-मैं किसी को जवाब नहीं दे रहा हूं क्योंकि गोश्त के कारखाने चलाने वालों को राय देने का अधिकार नहीं है। इस पर मोदी और योगी जी फैसला करेंगे, लेकिन मैं यह कहना चाहता हूं कि उन सभी इमारतों को गिरा देना चाहिए जिनसे कल के शासकों की बू आती है।

ओवैसी ने मोदी-योगी पर कसे तीखे तंज
AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- लाल किला भी गद्दार ने ही बनाया है तो क्या पीएम मोदी लाल किला पर तिरंगा नहीं फहराएंगे? असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट किया कि दिल्ली में हैदराबाद हाउस को भी गद्दार ने ही बनाया था, क्या मोदी विदेशी मेहमानों को यहां आने से रोकेंगे। क्या मोदी और योगी देशी और विदेशी सैलानियों को ताजमहल नहीं जाने के लिए बाेलेंगे।

ताजमहल के सामने शिव चालीसा के पाठ ने भड़काई चिंगारी
संगीत साेम के विवादित बयान का मामला अभी ठंड़ा भी नहीं हुआ था कि इस बीच हिंदूवादी संगठनाें के कुछ कार्यकर्ताआें ने ताजमहल के सामने शिव चालीसा का पाठ करके विवाद की आग काे आैर भड़का दिया। हालांकि ताज की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियाें ने चालीसा काे संपन्न हाेने से पहले ही इन लाेगाें काे खदेड़ दिया आैर दाेबारा एेसा न करने के लिए माफीनामा लिखवाया।

शिव चालीसा काे राेकने पर भड़के विनय कटियार
सुरक्षाकर्मियाें द्वारा शिव चालीसा के पाठ काे राेकना बीजेपी के फायरब्रांड नेता विनय कटियार काे नागवार गुजरी। उन्हाेंने एक और विवादित बयान देकर राजनीतिक चिंगारी को आैर भड़का दिया। कटियार ने कहा कि ताजमहल में पूजा करना गलत नहीं है। ताजमहल के बाहर कोई हनुमान चालीसा पढे़ या शिव आरती करे, इसमें कोई दिक्कत नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि ताजमहल पुराने राजाओं का महल और मंदिर था। शाहजहां ने उसको कब्रिस्तान बना दिया। मुमताज तो औरंगाबाद में दफनाई गई थी। उसके बाद उसको ताजमहल में दफनाया गया था।

ताजमहल नहीं तेजो मंदिर है 
कटियार यहीं नहीं रुके उन्हाेंने कहा कि इमारत तो अच्छी है पर वो ताजमहल नहीं है, तेजो मंदिर है। इस असलियत को समझकर लोगों को व्यवहार करना चाहिए। ताजमहल में मंदिर होने के कई प्रणाम हैं, वहां पानी गिर रहा है जबकि पानी तो शिव मंदिर में ही गिरता है। वहां नाग और धतूरा की आकृति है, अष्टकोणीय गुंबद हैं, मस्जिदों में ऐसा नहीं होता है।