सामूहिक रूप से रामलला के दर्शन करने आए हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं को रोका

punjabkesari.in Wednesday, Dec 06, 2017 - 04:15 PM (IST)

अयोध्या: अयोध्या में विवादित ढांचा ध्वस्त होने की 25वीं बरसी पर हिंदू महासभा के करीब 20 लोगों को सामूहिक रूप से रामलला के दर्शन से एहतियातन रोक दिया गया। महासभा के संगठन मंत्री रवीन्द्र द्विवेदी के नेतृत्व में 20 लोग एक साथ रामलला के दर्शन के लिए जा रहे थे लेकिन उन्हें रास्ते में ही रोक दिया गया। बाद में एक एक करके उन्हें आगे जाने दिया गया।

विश्व हिंदू परिषद और कुछ अन्य हिन्दू संगठनों ने विजय या शौर्य दिवस के रुप में कार्यक्रम आयोजित किया। विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री धीरेश्वर के नेतृत्व में हजारों की संख्या में कार्यकर्त्ता सिविल लाइन से मोटरसाइकिलों पर सवार होकर जय श्री राम का नारा लगाते हुए हनुमानगढ़ी, सरयू घाट होते हुए कारसेवकपुरम पहुंचे। कार्यकर्त्ता कारसेवकपुरम में स्वाभिमान हिंदू महासभा की बैठक में शामिल होने जा रहे थे।हालांकि शहर में धारा 144 लागू है।

इस मामले में पुलिस अधीक्षक नगर अनिल कुमार सिंह सिसौदिया ने बताया कि एक हजार लोगों को फैजाबाद से कारसेवकपुरम जाने की अनुमति दी गई थी। दूसरी ओर, मुस्लिमों ने फैजाबाद के बेनीगंज मस्किाद पर काला झंडा लगा कर विरोध जताया। इसके अलावा अयोध्या में मस्किाद के पुनर्निर्माण के लिए कुरानख्वानी की। इस मौके पर पूरे फैजाबाद में सतर्कता है।

बता दें कि 6 दिसम्बर 1992 में विवादित ढांचा को ढहा दिया गया था। 6 दिसंबर के दिन हिंदू-मुस्लिम संगठनों द्वारा परस्पर विरोधी आयोजन किए जाते हैं। हिंदू संगठन शौर्य दिवस मनाते हैं जबकि मुस्लिम संगठनों द्वारा कलंक दिवस, यौमेगम व कुरानख्वानी का आयोजन किया जाता है। शहर में निषेधाज्ञा भी लागू है।