अतीक के भाई अशरफ से मिलीभगत पड़ी भारी, जिला जेल के जेलर, डिप्टी जेलर समेत 7 निलंबित

punjabkesari.in Monday, Mar 13, 2023 - 06:58 PM (IST)

बरेली: उमेश पाल हत्यकांड को लेकर यूपी पुलिस एक्शन मोड पर है। आरोपियों की धरपकड़ लगातार जारी है। जिला जेल में बंद माफिया अतीक के भाई अशरफ से साठगांठ में जेलर राजीव मिश्रा, डिप्टी जेलर दुर्गेश प्रताप सिंह, जेल वार्डर (सिपाही) शिवहरि अवस्थी, मनोज गौड़, ब्रजवीर सिंह, दानिश व दलपल सिंह को निलंबित कर दिया गया। दूसरे डिप्टी जेलर कृष्ण मुरारी गुप्ता को नोटिस जारी किया गया है। जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला के विरुद्ध भी जांच रिपोर्ट भेजी गई, जिस पर शासन फैसला लेगा।

सूत्रों के मुताबिक, 24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड से पहले आरोपितों ने बरेली जेल आकर अशरफ से कई बार मुलाकात की थी। जेल अधिकारियों की मिलीभगत से अशरफ के गुर्गों की बिना पर्ची मिलाई कराई जाती थी। एसटीएफ के सामने ऐसे कई बिंदु आने के बाद शासन ने डीआइजी जेल बरेली आरएन पांडेय को इन सभी की भूमिका की जांच सौंपी थी। सोमवार सुबह उन्होंने रिपोर्ट भेजी, जिसके आधार पर कार्रवाई की गई।

वहीं, प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड  के आरोपी और माफिया अतीक अहमद के करीबी अब्दुल कवि का फोटो कौशांबी पुलिस ने जारी किया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि कौशांबी जिले के सराय अकिल क्षेत्र के भखंदा गांव निवासी अब्दुल कवि पर पहले 25 हजार का इनाम घोषित था, उसके बाद यह राशि बढ़ाकर 50 हजार कर दिया गया। पुलिस को इसकी तलाश लंबे समय से है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कौशांबी पुलिस ने इसकी तस्वीर रविवार को जारी की थी। जाँच एजेंसियों को मिल रहे इनपुट्स में यह बात भी सामने आई है कि गुजरात की जेल में बंद माफिया अतीक अहमद कई वारदात में अपने पुराने भरोसेमंद शूटर्स की मदद लेता है। अतीक का एक ऐसे ही शूटर अब्दुल कवी लंबे समय से फरार है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) विधायक राजू पाल की 2005 में की गई हत्या के बाद से अब्दुल कवि पुलिस की पकड़ से बाहर है। घटना के बाद सीबीआई ने अदालत के आदेश पर राजू पाल हत्याकांड की नए सिरे से जांच के बाद 10 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की तो उसमें अब्दुल कवि का भी नाम शामिल था।

Content Writer

Tamanna Bhardwaj