काबिल-ए-तारीफः शिक्षिका ने स्कूल को बनाया स्वच्छ भारत Express

punjabkesari.in Friday, Dec 20, 2019 - 04:14 PM (IST)

संतकबीरनगर: ‘पढ़ेंगे बच्चे तभी​​ तो बढ़ेंगे बच्चे’ वाक्य सरकारी विद्यालयों में और भी कठिन हो जाता है। क्योंकि यहां के कई विद्यालयों की हालत इतनी खराब है कि बच्चे अपना ध्यान पढ़ाई पर एकाग्रित ही नहीं कर पाते। आए दिन मिड-डे-मील में लापरवाही किसी से छिपी नहीं है। इस सब कमियों के बावजूद संत कबीर नगर जिले में एक एक शिक्षिका ने अपने और अपने साथियों के पैसों से स्कूल की सूरत ही बदल दी है। जिसकी हर कोई तारीफ करते हुए नही थक रहा है। 


शिक्षिका ने बताया कि विद्यालय को बेहतर सुंदर और स्वच्छ वातावरण देने, सोच को साकार करने के लिए अपने वेतन और मित्रों के सहयोग से इस विद्यालय को स्वच्छ भारत ट्रेन का रूप दिया है। इसी वजह से मंझरिया प्राथमिक विद्यालय इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। शिक्षिका की सोच ने यह कमाल कर दिखाया है।शिक्षिका अपनी बच्ची को भी इसी विद्यालय में पढ़ाती हैं।

शिक्षिका ने आगे बताया कि विद्यालय में निर्मित पुराना शौचालय  पूरी तरीके से जरजर है। जिसके लिए पिछले 4 महीनों से शिक्षा विभाग और संबंधित विभाग को पत्र लिखा गया लेकिन अब तक इस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। सोचने वाली बात है यहां पर लगभग 80 बच्चों का रजिस्ट्रेशन है। इसमें से ज्यादातर बड़ी बच्चियां हैं। इसको लेकर यहां के अध्यापक काफी चिंतित रहते हैं। इतना ही नहीं यहां पढ़ाने वाली 4 शिक्षिकाएं हैं और एक पुरुष शिक्षक हैं।

जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने कहा कि यह एक बेहतर सोच है। कायाकल्प योजना के अंतर्गत काम चल रहा है यह और भी अच्छी बात है कि एक शिक्षिका ने अपनी ओर से कुछ अंश दान करके करके बनाया है। यह सराहनीय है। जहां तक शौचालय की बात है तो आपके द्वारा संज्ञान में  लाया गया  है। इसे जांच कराकर तत्काल  कार्रवाई करता हूं। शौचालय बनेगा

वहीं ग्रामीणों ने बताया कि शिक्षिका का रवैया बहुत सराहनीय है। इससे बच्चे प्रभावित होकर स्कूल जाने लगे हैं और बच्चे मानते हैं कि हम रेलवे स्टेशन जा रहे हैं। और ज्ञान की रेल चलाएंगे। 

Ajay kumar