नोएडा-लखनऊ के यात्रियों के लिए खुशखबरी: यमुना एक्सप्रेस-वे पर 15 जून से सफर होगा नॉन-स्टॉप!
punjabkesari.in Wednesday, Jun 02, 2021 - 11:45 PM (IST)
लखनऊ: यमुना एक्सप्रेस-वे से सफर करने वालों के लिए जून का महीना एक नई खुशखबरी लेकर आ रहा है। दरअसल, दिल्ली-एनसीआर को ताज नगरी से जोड़ने वाले यमुना एक्सप्रेस-वे पर आने वाली 15 जून से 165 किलोमीटर का लंबा सफर करना आसान हो जाएगा। प्राइवेट सेक्टर के इस एक्सप्रेस-वे पर जल्द ही टोल कलेक्शन की ऐसी सुविधा शुरू होने जा रही है जिससे आपको टोल पर लाइन लगाकर घंटो रुकना नहीं पड़ेगा। अब आपकी नोएडा से लखनऊ तक की ड्राइव नॉन-स्टॉप हो जाएगी।
बता दें कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इस साल फरवरी में देशभर के नेशनल हाइवे पर ऑटोमैटिक तरीके से टोल कलेक्शन के लिए फास्टैग को अनिवार्य कर दिया था। लेकिन प्राइवेट सेक्टर का एक्सप्रेस-वे होने के चलते यमुना एक्सप्रेस-वे पर ये सुविधा उपलब्ध नहीं है। लेकिन बहुत जल्द अब इस एक्सप्रेस-वे पर भी फास्टैग से टोल भुगतान किया जा सकेगा। यमुना एक्सप्रेस-वे के तीनों टोल प्लाजा पर शुरुआत में दो-दो लेन को फास्टैग के लिए आरक्षित किया जाएगा।
नोएडा एक्सप्रेस-वे ऑपरेशंस के प्रमुख संतोष पंवार ने जानकारी दी कि ग्रेटर नोएडा और आगरा के बीच 165 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे की बाकी लेन में नकद या डिजिटल तरीकों से टोल का भुगतान चालू रहेगा। फास्टैग की सुविधा शुरू होने से फास्टैग लगी गाड़ियों को टोल प्लाजा पर बिना रुके आगे जाने में मदद मिलेगी। इससे सफर कर रहे मुशाफिरों को लाइन लगाकर घंटों इंतजार नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि इस एक्सप्रेस-वे पर अभी तक जेपी इंफ्राटेक अपने टोल प्लाजा चला रही थी। अब एक्सप्रेस-वे की सब्सिडरी ने तीन टोल प्लाजा पर फास्टैग प्रणाली को लागू करने के लिए यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के साथ हाल ही में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। प्राधिकरण की तरफ से सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं।
गौरतलब है कि यमुना एक्सप्रेस-वे की शुरुआत 2012 में हुई थी। हालांकि इसे बनाने का ऐलान 2001 में हुआ था। यमुना एक्सप्रेस-वे पर नोएडा से लेकर आगरा तक जेपी कंपनी टोल वसूलती है। जेपी के किसी भी टोल पर फास्टटैग की सुविधा उपलब्ध नहीं है।