हाथरस मामले पर कांग्रेस का योगी सरकार पर आरोप- सुप्रीम कोर्ट में बोला ''सफेद झूठ''

punjabkesari.in Thursday, Oct 08, 2020 - 10:15 AM (IST)

लखनऊः कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हाथरस मामले को लेकर उच्चतम न्यायालय में 'सफेद झूठ' बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार असल मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए मामले को साजिश का रूप देने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि सरकार ने उच्चतम न्यायालय के सामने सफेद झूठ बोला है। सरकार अपने हलफनामे में कह रही है कि परिवार की रजामंदी से लड़की के शव का दाह संस्कार हुआ है, जबकि सबको पता है कि वहां लड़की का परिवार मौजूद नहीं था। उन्होंने कहा कि इसके अलावा सरकार ने उच्चतम न्यायालय में हलफनामा देकर हाथरस मामले की आड़ में जातीय हिंसा फैलाने की साजिश का आरोप लगाया है। अगर ऐसा है तो उसने बेहद कमजोर साक्ष्य दिये हैं। उसने अमेरिका के आंदोलन 'ब्लैक लाइव्स मैटर्स' की वेबसाइट को अपने साक्ष्य और हलफनामे में लगा रखा है। यहां तक कि उस वेबसाइट की सामग्री को ही पूरा का पूरा पेश कर दिया है। 

सुप्रिया ने कहा कि हलफनामे के साथ लगे अनुलग्नकों में सरकार ने कुछ लोगों के ट्वीट और फेसबुक पोस्ट लगाये हैं। उनमें से किसी ट्विटर उपयोगकर्ता के फालोवर्स की संख्या 900 या 950 है, किसी की 2080 है। बताये गये ट्विटर हैंडल्स में से एक की अधिकतम फालोवर्स की संख्या 14 हजार है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या 900 फालोवर्स वाला व्यक्ति जातीय हिंसा भड़का सकता है? उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के गृह मंत्री भी हैं। कानून-व्यवस्था का सारा दारोमदार मुख्यमंत्री पर है। सरकार इधर-उधर की बातें करने के बजाय सच सामने रखे। सरकार के दावे दरअसल मुद्दों से ध्यान बंटाने की कोशिश के सिवा और कुछ नहीं है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सरकार हाथरस मामले में पीएफआई की संलिप्तता का दावा कर रही है। अगर पीएफआई ने कुछ गलत किया है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिये।

मुख्यमंत्री कहते हैं कि सरकार की छवि धूमिल की जा रही है। इसका मतलब यह है कि सरकार को सिर्फ अपनी छवि की ही चिंता है। लड़की और उसके परिवार को न्याय कैसे मिलेगा, उसकी कोई फिक्र नहीं है। हाथरस मामले की 'साजिश' में कांग्रेस की संलिप्तता के भाजपा के आरोप पर सुप्रिया ने कहा कि कांग्रेस पर आरोप लगाना भाजपा की पुरानी आदत है। अगर वह पार्टी नेता राहुल गांधी का नाम नहीं लेंगे तो उनकी राजनीति नहीं चलेगी। उन्होंने कहा ''कोई सरकार से पूछे कि किस लोकतंत्र में विपक्ष को कहीं पर जाने और प्रदर्शन करने से रोका गया है। एक पुरुष पुलिसकर्मी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का कुर्ता पकड़ता है। सरकार विपक्ष पर लाठियां बरसा रही है, मीडिया को डरा-धमका रही है। हम आखिर किस सदी में जी रहे हैं?'' पत्रकार वार्ता में कांग्रेस कार्यसमिति की सदस्य व पूर्व राज्यसभा सांसद रजनी पाटिल ने हाथरस की स्तब्धकारी घटना पर भाजपा नेताओं के आ रहे शर्मनाक बयान पर कहा कि मैं महाराष्ट्र से हूं, शिवाजी महाराज अपने दुश्मनों की बहन, बेटियों, पत्नियों को भी बहन, बेटी और माँ कहकर सम्बोधित करते थे, परन्तु भाजपा के उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जनपदों के नेता बेटियों और पीड़िता को लेकर जो बयान दे रहे हैं वह दुःखद एवं पीड़ादायक है। उन्होने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विवादित बयान कि बच्चियां अकेले चलने में सक्षम नहीं होती की भी भर्त्सना की।

उन्होंने कहा कि लचर कानून व्यवस्था और अपराधियों पर राजनीतिक संरक्षण के चलते आज उत्तर प्रदेश में अपराध बढ़ रहे हैं। भाजपा के लोग बलात्कारियों के समर्थन में उतरते आये हैं जो बेहद शर्मनाक है। राज्य की पूरी प्रशासनिक व्यवस्था आज पीड़िता के बजाए आरोपियों के पक्ष में उतर आयी है। हाथरस की घटना से भाजपा और आरएसएस :राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ: का असली चेहरा सामने आ गया है। अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद सुष्मिता सेन ने कहा कि हाथरस की घटना को लेकर उच्चतम न्यायालय में दाखिल एक जनहित याचिका पर सुनवाई हुई जिसमें राज्य सरकार द्वारा दाखिल हलफनामा पूरी तरह सफेद झूठ का पुलिन्दा है। आश्चर्यजनक तो यह है कि नोटिस जारी होने के पहले ही सरकार 136 पेज का हलफनामा दाखिल करती है, वह हाथरस की मृतका जिसके साथ बलात्कार हुआ उसे न्याय मिले, पीड़ित परिवार को सुरक्षा मिले इसके लिए नहीं बल्कि आदित्यनाथ सरकार को कैसे बचाया जाए इसके लिए दाखिल किया गया जो सफेद झूठ है। 


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Tamanna Bhardwaj

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