दिल्ली में राहुल और यूपी में प्रियंका का सपना देखने लगी है कांग्रेस

punjabkesari.in Thursday, Jan 24, 2019 - 06:10 PM (IST)

लखनऊः प्रियंका गांधी के राजनीति में सक्रीय होने के बाद पूरे देश से प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गईं हैं। खास बात ये है कि प्रियंका में उनकी दादी इंदिरा गांधी की छवि देखने को मिलती है। जिस कारण लोग उन्हें काफी पसंद करते हैं। अब प्रियंका के राजनीति में पैर रखने के बाद यूपी की सियासत कितनी डगमगाएगी तो आने वाले चुनावों के परिणामों पर निर्भर हैं। अब तक अमेठी और रायबरेली में अपने भाई और मां का चुनाव प्रचार देख रहीं प्रियंका गांधी को कांग्रेस महासचिव का पद सौंपा गया है। ऐसे में उनके सीएम की कुर्सी विराजमान होने की भी अटकलें तेज हो गई हैं।

इशारों ही इशारों में राहुल गांधी ने अमेठी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज मैंने प्रियंका को यूपी का जनरल सेक्रेट्री बना दिया। मतलब अब यहां से कांग्रेस पार्टी अपना चीफ मिनिस्टर बैठाने का काम करेगी। साथ ही कहा कि ‘अब यहां पर काम होगा। अब दिल्ली में कांग्रेस पार्टी की गठबंधन की सरकार होगी और यूपी में पूरे दम से कांग्रेस पार्टी लड़ेगी और आप एक बात याद रखो जैसे ही दिल्ली में कांग्रेस पार्टी की सरकार आएगी अमेठी का काम चालू हो जाएगा।’

राहुल गांधी द्वारा दिए संकेत से तो ऐसा ही लगता है कि वह दिल्ली में खुद और यूपी में बहन प्रियंका के कमान संभालने के सपने देख रहे हैं। राहुल गांधी के बयान ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह भर दिया है। प्रियंका गांधी को पूर्वी यूपी का प्रभार दिया गया है, जहां लोकसभा की 33 सीटें हैं। ऐसे में कांग्रेस इन इन 33 सीटों पर फोकस रख कर कांग्रेस की खोई जमीन वापस हासिल करना चाहती है।

वहीं यूपी की राजनीति में बदलते हेर-फेर से आगे का मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है। एक तरफ सपा-बसपा गठबंधन पूरी रणनीति के साथ आगे बढ़ रहा है तो वहीं दुसरी तरफ बीजेपी भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही। हालांकि सपा-बसपा गठबंधन और कांग्रेस के आगे बीजेपी को नुकसान हो सकता है। उधर, तीन राज्यों में जीत का डंका बजने से धराशाही कांग्रेस की जान में जान आ गई है, अब कांग्रेस का रूख यूपी की तरफ है। प्रियंका के राजनीति में आने के बाद कांग्रेस को कितना फायदा होगा, या फिर दादी की छवि मात्र एक सफल राजनेता सिद्ध होंगी या नहीं, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
 

Tamanna Bhardwaj