कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी बोलीं- देश विदेश घूमने वाले PM किसानों से बात नहीं कर सकते

punjabkesari.in Sunday, Oct 10, 2021 - 05:05 PM (IST)

वाराणसी: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) और किसानों के आंदोलन को लेकर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) पर निशाना साधते हुए कहा कि देश-विदेश घूमने वाले प्रधानमंत्री अपने आवास से कुछ दूरी पर आंदोलन कर रहे किसानों से बात करने की जहमत नहीं उठाते। प्रियंका गांधी ने "जय माता दी" के उद्घोष के साथ भाषण की शुरुआत की। उन्होंने सोनभद्र, उन्नाव, हाथरस की घटनाओं और कोरोना महामारी की दूसरी लहर के समय की स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि केंद्र एवं उत्तर प्रदेश सरकारों पर निशाना साधा।

उन्होंने कहा, “इस देश में गृह राज्य मंत्री के बेटे ने किसानों को गाड़ी के नीचे कुचल दिया लेकिन प्रशासन उसे बचाने में लगा रहा। दुनिया में कहीं और ऐसा नहीं हुआ होगा कि हत्या के आरोपी को पुलिस निमंत्रण दे कि आपसे पूछताछ करनी है।” प्रियंका गांधी ने दावा किया, “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने मंच से आरोपी का बचाव किया। प्रधानमंत्री लखनऊ में उत्सव मनाने आये, लेकिन किसानों के आंसू पोछने के लिए सिर्फ दो घंटे की दूरी पर लखीमपुर खीरी तक नहीं जा सके।” उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने सिर्फ इसलिए आजादी की लड़ाई लड़ी ताकि देश के गरीबों, दबे-कुचले वर्गों और मजदूरों को न्याय मिले लेकिन इस सरकार की वजह से देश में लोग इंसाफ की उम्मीद छोड़ चुके हैं। 

सरकार, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री सभी मिले हुए हैं- कांग्रेस महासचिव 
कांग्रेस महासचिव ने सवाल किया, “अगर सरकार, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री सभी मिले हुए हैं और किसानों की तरफ से मुंह मोड़ लें तो लोग क्या करें?” प्रियंका ने किसान आंदोलन का उल्लेख करते हुए कहा, “जब तीनों कानून लागू होंगे तो किसानों की जमीन और फसल छीन ली जाएगी।” कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री अमेरिका जा सकते हैं, जापान जा सकते हैं, देश विदेश घूम सकते हैं, लेकिन अपने घर से 10 मिनट दूर बैठे किसानों से बात नहीं कर सकते।" प्रियंका ने कहा कि आज देश में सिर्फ भाजपा के नेता और अरबपति उद्योगपति ही सुरक्षित रह गए हैं। उन्होंने जनता का आह्वान करते हुए कहा, “इस बात को सही ढंग से पहचानिए। यह देश नष्ट हो रहा है। सरकारी विज्ञापनों की सच्चाई आप सब जानते हैं। इस सच्चाई को बोलने से लोग डर क्यों रहे हैं। अब बोलने का समय आ गया है।” उन्होंने जनता से आग्रह करते हुए कहा, “यह चुनाव की बात नहीं है। अब यह देश की बात है। यह देश भाजपा के पदाधिकारियों, मंत्रियों या प्रधानमंत्रियों की जागीर नहीं है। अगर आप जागरूक नहीं बनेंगे, आप इनकी राजनीति में उलझे रहेंगे तो आप ना इस देश को बचा पाएंगे और ना ही अपने आप को।”

हमारी पार्टी ने इस देश की आजादी की लड़ाई लड़ी है- प्रियंका 
कांग्रेस महासचिव ने कहा, “हमारी पार्टी ने इस देश की आजादी की लड़ाई लड़ी है। हम चुप नहीं रह सकते। आप खुद से सिर्फ एक सवाल पूछिए कि जब से भाजपा की सरकार आई है उसके बाद से क्या आपके जीवन में कोई तरक्की हुई है। क्या भाजपा ने अपने वादे पूरे किए हैं। अगर आपका जवाब नहीं में है तो मेरे साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़िये। इस सरकार को बदलिए। मैं तब तक नहीं हटूंगी जब तक यहां पर परिवर्तन नहीं आ जाता।” रैली से पहले प्रियंका ने बाबा विश्वनाथ मंदिर और मां दुर्गा मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना की। रैली के लिए पहुंची प्रियंका का वाराणसी हवाई अड्डे पर कार्यकर्ताओं के जोरदार स्वागत किया। लखीमपुर खीरी हिंसा मामले के पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए जाते समय हिरासत में लिए जाने और करीब दो तीन तक पुलिस की अभिरक्षा में रहने के बाद प्रियंका की उत्तर प्रदेश में यह पहली जनसभा थी। राहुल और प्रियंका ने हिंसा के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की थी।

क्या है लखीमपुर कांड?
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में गत 3 अक्टूबर को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव के दौरे के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में मिश्रा के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आशीष को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। 


 

Content Writer

Tamanna Bhardwaj