राम मंदिर पर अदालत के फैसले का सम्मान करती है कांग्रेस: दिग्विजय सिंह
punjabkesari.in Wednesday, Nov 13, 2019 - 12:18 PM (IST)
लखनऊ: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह बुधवार यानि आज लखनऊ पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के राज्यपाल ने जो प्रक्रिया प्रारम्भ की थी वो सही थी। थर्ड लारजेस्ट पार्टी का समय आज रात 8 बजे खत्म होना था। लेकिन गवर्नर ने समय से पहले ही राष्ट्रपति शासन लागू करने के लिए पत्र लिख दिया।
सिंह ने कहा कि ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री और गृह मन्त्री के दबाव में गवर्नर द्वारा ये फैसला लिया गया है जो कि पूरी तरह से अनुचित है। भाजपा के पास इतना पैसा आ गया है कि अब वह विधायकों की खरीद फरोख्त भी करेगी। बता दें कि एक सवाल के जवाब में दिग्विजय ने कहा कि यह सही है कि कांग्रेस और राकांपा की विचारधारा शिवसेना से मेल नहीं खाती, लेकिन अब शिवसेना में बदलाव आ रहा है। मुझे शिवसेना से सहानुभुति है। क्योंकि 50-50 का वादा करने के बाद अमित शाह ने उसके साथ वादा खिलाफी की है। इसीलिए शाह चुप हैं।
राम मंदिर मामले पर अदालत के फैसले का सम्मान करती है कांग्रेस
दिग्विजय सिंह ने कहा कि अयोध्या काफ़ी समय से विवादों में चल रहा था। राम जन्मभूमि की याद बीजेपी को तब आई जब उनके दो सांसद निकलकर आए थे। कांग्रेस पार्टी हमेशा ये कहती रही है कि इस संवेदनशील फैसले को अदालत के फैसले पर ही छोडऩा चाहिए। क्योंकि कांग्रेस अदालत के फैसले का सम्मान करती है। सिंह ने कहा कि सन् 1949 और 1992 कि घटना को कोर्ट ने अपराध माना है इस पर भी फैसला जल्दी हो जाना चाहिए। मैं प्रधानमंत्री से अनुरोध करूंगा कि 2014 के चुनाव के बाद से हिंदू, मुसलमान, भारत और पाकिस्तान की ही बातें कर रहे हैं। लेकिन रोजग़ार पर भी चर्चा होनी चाहिए।
बीजेपी की रणनीति कर्मचारी और मजदूर विरोधी
दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि बीएसएनएल के कर्मचारी वीआरएस ले रहे हैं। इतना ही नहीं एक कर्मचारी को वेतन नहीं मिला जिससे उसने आत्महत्या कर ली। बीजेपी की रणनीति कर्मचारी और मजदूर विरोधी है। सरकारी संस्था को प्राइवेट हाथों में बेचा जा रहा है। बीजेपी ने कारपोरेट का 8000 करोड़ माफ कर दिया जिससे हमारी अर्थव्यवस्था बर्बाद हो गई है।