संविधान एवं संस्थानों को बचाना हर भारतीय की प्राथमिकता होनी चाहिए: अखिलेश

punjabkesari.in Wednesday, Nov 27, 2019 - 10:18 AM (IST)

लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज संविधान एवं संस्थानों को बचाना हर भारतीय की प्राथमिकता होनी चाहिए। अखिलेश यादव मंगलवार को संविधान दिवस के मौके पर यहां पार्टी मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे। संविधान दिवस पर देशवासियों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा है कि 26 नवम्बर 1949 को बाबा साहेब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर जी की अगुवाई में भारत के संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित गया था। संविधान में ही नागरिकों की स्वतंत्रता और चतुर्दिक सुरक्षा का मूल निहित है।

 उन्होंने कहाक संविधान से ही हम भारतीयों को समानता और सम्मान से जीने का अधिकार मिला। लेकिन मौजूदा सत्ता में इसकी मौलिकता पर हो रहा प्रहार हमें एकजुट हो इसकी रक्षा के लिए प्रतिबद्ध करता है। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सघन जनसम्पकर् करते रहें। संविधान बचाने के लिए जागरूकता आवश्यक है। हमें संविधान की मूलभावना की जानकारी जनता तक पहुंचाना होगा।   

अखिलेश यादव ने कहा कि वर्तमान सत्तारूढ़ दल लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ कर रहा है। भाजपा सामाजिक सछ्वाव को बिगाड़ना अपना राजनीतिक कर्म मानती है। नैतिक मूल्यों के प्रति भाजपा की रूचि नहीं है। वह येनकेन प्रकारेण सत्ता से जुड़कर अपने स्वार्थ साधन में लगी रहती है। उससे राजनीति में शुचिता तथा पारदर्शिता की उम्मीद नहीं की जा सकती है। यह लोकतंत्र के साथ धोखा है।       

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा गरीबों, पिछड़ों, अनुसूचित समाज से चिढ़ी हुई है। उसके निजीकरण की नीति से सामाजिक न्याय को भारी नुकसान होगा। समाज के कमजोर वर्ग की जगह उसकी प्राथमिकता में कारपोरेट घरानों का हित साधन है। ऐसे में पारदर्शी समाजवादी व्यवस्था की स्थापना के लिए संकट की स्थिति बन गई है। भाजपा राज में पीड़ितों की तो एफआईआर तक दर्ज नहीं होती है। पुलिस प्रशासन का रवैया ठीक नहीं है। 

Ajay kumar