Lucknow में जलाई गईं Ramcharitmanas की प्रतियां, अपमान मामले में Swami Prasad Maurya सहित 8 लोगों पर FIR दर्ज

punjabkesari.in Monday, Jan 30, 2023 - 12:37 PM (IST)

लखनऊ: लखनऊ (Lucknow) के वृंदावन योजना क्षेत्र में गोस्वामी तुलसीदास (Goswami Tulsidas) द्वारा रचित अवधी भाषा में रचित महाकाव्य रामचरितमानस (Ramcharitmanas) के पन्नों को फाड़ने और जलाने के आरोप में 8 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्राथमिकी लखनऊ (Lucknow) के पीजीआई थाने (Police Station) में दर्ज कराई गई है। जिसमें समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है।

शिकायत मिलने के बाद दर्ज की गई थी प्राथमिकी
जानकारी के मुताबिक, स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) राजेश राणा ने कहा कि उन्हें भाजपा सदस्य सतनाम सिंह लवी से शिकायत मिली थी, जिसके आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। उन्होंने कहा, "रामचरितमानस के खिलाफ अभद्र टिप्पणियां और सार्वजनिक रूप से इसके पन्नों को जलाने से समाज में दरार पैदा हो सकती है और सांप्रदायिक तनाव पैदा हो सकता है। आरोपी ने सोशल मीडिया पर पवित्र पुस्तक के खिलाफ बात की और इस तरह हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई।"

आरोपियों के खिलाफ इस धारा के तहत दर्ज किया गया है मामला
थानाध्यक्ष ने बताया कि सतनाम सिंह ने अपनी प्राथमिकी में नामजद आरोपियों के नाम यशपाल सिंह लोधी, देवेंद्र यादव, महेंद्र प्रताप यादव, नरेश सिंह, एसएस यादव, सुजीत, संतोष वर्मा और सलीम हैं। इन सभी पर भारतीय दंड संहिता की धारा 153-ए (दुश्मनी को बढ़ावा देना), 295 ए (धार्मिक भावनाओं को भड़काना), 505 (आक्रोश भड़काने के लिए) और 298 (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना) और आईटी अधिनियम की धारा 66 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में उतरे थे नामजद आरोपी
पुलिस ने कहा कि प्राथमिकी में नामजद आरोपी रविवार को अखिल भारतीय ओबीसी महासभा के बैनर तले समाजवादी पार्टी एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में उतरे थे। मौर्य ने हाल ही में एक विवाद खड़ा कर दिया था जब उन्होंने किताब के कुछ श्लोकों पर आपत्ति जताई थी और उन्हें 'महिलाओं, पिछड़ों और दलितों के खिलाफ' करार दिया था।

Content Editor

Anil Kapoor