कोरोना संकट: बेटों ने नहीं की पिता की तेरहवीं, यूपी रिलीफ फंड में दान किए 1 लाख

punjabkesari.in Thursday, Apr 09, 2020 - 02:30 PM (IST)

भदोही: कोरोना वायरस की चेन को तोड़ने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन जारी है। बात करें उत्तर प्रदेश की तो यहां दिन-प्रतिदिन मामले बढ़ते नजर आ रहे हैं। ऐसे में बहुत से दरियादिली योद्धा कोरोना के इस जंग में अपना-अपना योगदान दे रहे हैं। इसी क्रम में जनपद भदोही के एक किसान परिवार ने संकट की इस घड़ी में आर्थिक सहयोग का अनूठा मिशाल पेश किया है। किसान के बेटों ने अपने मृतक पिता की तेरहवीं संस्कार को स्थगित कर उसमें खर्च होने वाले एक लाख रुपए की राशि को यूपी कोविड-19 रिलीफ फंड में दान कर दिया।

बेटे ने डीएम को घर बुलाकर सौंपा 1 लाख
बता दें कि हिंदू धर्म में किसी भी व्यक्ति की मौत के 13 दिन बाद तेरहवीं संस्कार किया जाता है। लेकिन भदोही जनपद के कठौता गांव के निवासी रमेश चंद्र मिश्र के पिता रामकृष्ण मिश्र का निधन हो गया। पिता के निधन के बाद रमेश चंद्र मिश्र ने अपने पूरे परिवार के साथ बैठक कर सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के मद्देनजर और लोगों के मदद के लिए अपने पिता की तेरहवीं न करना उचित समझा। इतना ही नहीं तेरहवीं में खर्च होने वाले रुपयों को कोरोना से जंग के लिए दान कर दिया। किसान ने इस बाबत जिलाधिकारी को फोन कर एक लाख रूपये दान देने की बात कही थी। जिसपर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक किसान के घर पहुंचे और उन्होंने वहां किसान से चेक लिया।

किसान के इस कदम को डीएम और पुलिस अधीक्षक ने सराहा
जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद और पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह ने किसान के इस कदम को जमकर सराहा। रमेश चंद मिश्रा ने लोगो से अपील की है कि वे लोग जो इस वक्त शुभ कार्यक्रम में पैसे खर्च कर रहे हैं वे उन पैसों को देश और मानव हित में दान करें। जिससे सरकार कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए और मजबूती से लड़ सके।

Ajay kumar