कोरोनाः गोरखपुर में बनाई गई डिसइन्फेक्शन टनल, यह है विशेषता

punjabkesari.in Tuesday, Apr 07, 2020 - 12:50 PM (IST)

गोरखपुरः कोरोना वायरस का संक्रमण देशभर में तेजी से बढ़ता जा रहा है। इससे बचाव के मद्देनजर दुनिया जंग लड़ रही है। सोशल डिस्टेंसिंग, लॉकडाउन, रोबोट का अस्पतालों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की सेवा करना भी इसी क्रम में है। वहीं उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में भी बड़ी पहल हुई है। महेवा मंडी के प्रवेश द्वार पर डिसइन्फेक्शन टनल बनाई गई है। मंडी में आने-जाने वालों को इसी सुरंग से गुजरना होगा।

बता दें कि उत्तर प्रदेश में यह पहली बार हो रहा है। देश में तमिलनाडु और कश्मीर में भी यह सुरंग बनाई गई है। चीन, तुर्की, रूस आदि देश इसका खूब इस्तेमाल कर रहे हैं। कोरोना को फैलने से रोकने के लिए नगर निगम प्रशासन शहर में सोडियम हाइपो क्लोराइट लिक्विड का छिड़काव करा रहा है। यह लिक्विड मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। बाजार में पहुंचे व्यापारियों को सैनिटाइज करने के लिए सुरंग में विशेष घोल से छिड़काव किया जाएगा। यह घोल मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं है। 3-4 सेकेंड तक विशेष लिक्विड का फव्वारा छिड़का जाएगा।

नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि चीन, तुर्की, वियतनाम आदि देशों में डिसइन्फेक्शन टनल के काफी अच्छे परिणाम मिले हैं। महेवा मंडी में आने वाले व्यापारियों और ठेला वालों की ज्यादा संख्या को देखते हुए यह टनल कारपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी फंड से पहले वहीं लगाने का निर्णय लिया गया है। कोरोना फैलने से रोकने में यह टनल काफी महत्वपूर्ण साबित होगा। महेवा मंडी में सचिव के कार्यालय के बाहर रखी गई सुरंग में चार फव्वारे लगाए गए हैं। फव्वारे में लिक्विड पहुंचाने के लिए पानी की टंकी लगाई गई है। फव्वारे से होकर 3-4 सेकेंड में गुजरने से पूरा शरीर सैनिटाइज हो जाएगा।

सुरंग से गुजरते वक्त बंद कर लें आंखें
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुकेश रस्तोगी ने बताया कि सोडियम हाइपो क्लोराइट के एक फीसद से घोल तैयार किया जाएगा। सुरंग से गुजरने वालों को अपनी आंख बंद कर लेनी चाहिए। यदि आंख में घोल चली जाए तो घबराए नहीं, आंख को साफ पानी से धुल लें। इस घोल को पीना नहीं है।

Ajay kumar