कोरोना कहरः भगवान भी हुए भक्तों से दूर

punjabkesari.in Wednesday, Mar 25, 2020 - 04:28 PM (IST)

झांसीः दुनिया भर मे मौत का तांडव मचा रहे कोरोना वायरस का असर देश में कुछ ऐसा पड़ा कि उत्तर प्रदेश के झांसी में नवरात्र के पहले दिन जहां शक्तिपीठों में भक्तों का तांता लगा रहता था और मंदिर परिसर मां के जयकारों से गुंजायमान रहते थे वहां कपाट आज भक्तों के लिए बंद हैं और परिसर सूने पड़े हैं।

झांसी की कुलदेवी और बुंदेलखंड के शक्तिपीठों में से एक पचकुइंया माता मंदिर पर नवरात्र के दिनों में यहां एक दिन में 30 से 50 हजार श्रद्धालु माता के चरणों में वंदना के लिए आते थे उसी मंदिर परिसर में आज कोरोना के असर के चलते सन्नाटा पसरा है। मंदिर परिसर में बुधवार को तड़के से ही पुलिसकर्मियों का पहरा बैठ गया और दर्शनों के लिए आने वाले सभी भक्तों चाहें वह पुरूष हो या महिला ,बुर्जुग हो या जवान सभी को मंदिरों के दूर से वापस लौटा दिया गया। पुरूष और महिला पुलिसकर्मी मंदिरों के बाहर पूरी मुस्तैदी से तैनात थे और लोगों को मंदिर से दूर रहकर अपने घर में पूजा करने ,नंगे पैर आ रहे भक्तों को चप्पल पहनकर ही बाहर निकलने की सलाह देते नजर आये।

सुरक्षाकर्मी किसी को भी मंदिर के द्वार तक भी नहीं आने दे रहे और सभी को समझा बुझाकर लौटाया जा रहा है। मंदिर के पुजारी विष्णुदुबे ने बताया कि यह मंदिर चंदेलकालीन है जो लगभग एकहजार साल से भी पुराना है। पचकुंइया की देवी झांसी की कुलदेवी हैं और इस मंदिर की मान्यता बहुत अधिक है इस कारण बड़ी संख्या में देश विदेश से लोग माता के दर्शनों के लिए खासकर नवरात्र के दिनों में आते हैं।                      

पंडित जी ने बताया कि उनका परिवार चार पीढियों से माता की सेवा में लगा है लेकिन ऐसी स्थिति उन्होंने न तो कभी देखी और न ही कभी सुनी। मंदिर में सामान्य दिनों में इतने श्रद्धालु आते हैं और नवरात्र में तो भक्तों की संख्या के बारे में वह सही बता भी नहीं पायेंगे। नवरात्र के समय जो मंदिर परिसर कीर्तन और जयकारों से गुंजायमान रहता था वह आज कोरोना कहर के चलते सूनसान पड़ा है।                      

उन्होंने कहा कि जिस खतरे के चलतेे भक्त और भगवान के बीच की दूरी हुई है वह बेहद भयावह है। यह स्थिति अस्थायी है और लोगों से अपील की कि पचकुइंया माता झांसी की कुलदेवी है लोग घरों पर ही सच्चे श्रद्धाभाव से देवी की पूजा अर्चना करें , उनकी कुलदेव सभी की रक्षा करेंगी और उनकी पूजा को स्वीकार भी करेंगी। मंदिर में नहीं पहुंच पाने की कोई ग्लानि मन में न रखें और पूरे मनोयोग से घर पर ही देवी का वंदन पूजन अर्चन करें। इस समय पूरे श्रद्धाभाव से मंदिर से दूर रहकर भी लोगों द्वारा ऐसा करने पर देवी सबको इच्छित फल देंगी। वह हमारी कुलदेवी है, सबकी रक्षा करेंगी। 
 

Tamanna Bhardwaj