कोरोना किट की बिक्री की थमी रफ्तार, व्यवसाइयों ने दवाइयों को रिफंड करने की लगाई गुहार

punjabkesari.in Friday, Oct 30, 2020 - 11:25 AM (IST)

प्रयागराजः पूरे देश में कोरोना वायरस के मरीजों में लगातार कमी देखी जा रही है। बीते अगर 15 दिनों की बात करें तो तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार धीमी हुई है, जो देश के लिए एक बड़ी राहत की खबर है, लेकिन दवा कारोबारियों के लिए एक बड़ी मुसीबत भी पैदा हो गई है। दवा व्यापारियों का कहना है कि करोना किट की बिक्री में अब लगाम लग चुकी है। जिसकी वजह से उनके लिए एक बड़ी मुसीबत भी पैदा हो गई है। कोरोना किट में मास्क, सैनिटाइजर, ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर समेत कई उपकरण और दवाइयां हैं।

दवा व्यवसायियों का कहना है कि इसमें कुछ ऐसी भी दवाइयां है जो नॉन रिफंडेबल है। साथ ही जिन की एक्सपायरी डेट भी 3 से 6 महीने के बीच है। ऐसे में अब इन दवाइयों की बिक्री ना होने के चलते उनको लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है। दवा व्यवसाई अब सरकार से गुहार लगा रहे हैं की जो दवाइयां नॉन रिफंडेबल है। जिनको कंपनी वापस नहीं ले सकती हैं। उन दवाइयों को सरकार एक आदेश देकर के दवाइयों को वापस करने की बात करें। दवाइयों में कुछ इंजेक्शन और कुछ टेबलेट ऐसी हैं। जिनको कंपनी ने वापस लेने से मना कर दिया है और वह इतने महंगे हैं कि अब दवा कारोबारियों को काफी नुकसान हो रहा है।

गौरतलब है कि बीते कई दिनों से कोरोना मरीजों में काफी कमी  देखने को मिल रही है, जो कुछ हफ्ते पहले 95 हजार मरीजों का आंकड़ा छूता था अब पचास हजार से कम में सिमट गया है। कुछ दिन पहले जिन दुकानों में कोरोना किट या कोरोना से जुड़ी दवाइयों को लेने के लिए लंबी-लंबी लोगों की लाइन लगती थी। अब उन दुकानों में सन्नाटा पसरा हुआ है। प्रयागराज केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी अब सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि सरकार इस बड़ी समस्या में दखल देकर के कोई रास्ता निकालें जिससे दवा कारोबारियों को राहत पहुंचे। 

Tamanna Bhardwaj