घोर लापरवाही: प्रशासन की मौजूदगी में कोरोना पॉजिटिव पिता का बेटे ने बिना पीपीई किट पहने कर दिया दाह संस्कार

punjabkesari.in Friday, May 15, 2020 - 10:47 AM (IST)

प्रयागराज: जिला प्रशासन की मौजूदगी में बड़ी लापरवाही का मामला आया सामने आया है। बिना पीपीई किट पहने ही बेटे ने अपने कोरोना पॉजिटिव मृतक पिता का संस्कार कर दिया। प्रशासनिक अधिकारियों के समझाने के बावजूद भी युवक नहीं माना। मामला मीडिया में आने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने आरोपी युवक के विरुद्ध कार्रवाई की बात कही है। 

बता दें मामला जिले के बन्नादेवी थाना क्षेत्र के नुमाइश ग्राउंड श्मशान घाट का है। दरअसल अलीगढ़ के मामू भांजा निवासी एक पानी कारोबारी की कोरोना संक्रमित होनेे से मौत हो गई। जिसके बाद जिला प्रशासन ने परिवार को मृतक का शव अस्पताल से खास तरह के बॉडी बैग में रखकर सौंपा गया। जिसके बाद मृतक की अंतिम यात्रा निकालकर श्यामशान घाट ले जाया गया। जिसमें तमाम लोग शामिल हुए। दाह संस्कार के वक्त मृतक के पुत्र ने जो किया उससे सभी लोग सख्ते में आ गए। क्योंकि जिला प्रशासन द्वारा पीपीई किट पहनने के लिए दी थी परंतु मृतक के पुत्र ने ना तो किट का उपयोग किया और न मॉस्क पहना। प्रशासनिक अधिकारी व अन्य लोग समझाते रह गए।

हालांकि इस मामले को जिला प्रशासन और अंतिम संस्कार में शामिल लोगों ने दबाने का प्रयास किया। लेकिन अंतिम संस्कार की सीसीटीवी फुटेज मोबाइल द्वारा बनाकर किसी ने वायरल कर दी। जिसपर जिला प्रशासनिक अधिकारी मामले से बचते हुए ऐसा करने वाले के विरुद्ध कार्रवाई की बात कर रहे हैं। 

इस सम्बंध में शासन के द्वारा जो गाइडलाइन दी गई हैं वह इस प्रकार हैं-
1-शव को सिर्फ एक बार परिजनों को देखने की इजाजत होगी।
2. यदि कोई धार्मिक रीति रिवाज है तो उसे किया जा सकता है, लेकिन उसके लिए शव को जिस बैग में रखा गया है उसे खोला नहीं जाएगा।
3. शव को स्नान कराने, गले लगाने (किस करने) की मनाही है।
4. शव यात्रा में शामिल लोग अंतिम क्रिया के बाद सभी पूरी तरह से हाथ-मुंह को साफ करेंगे और सेनेटाइजर का इस्तेमाल करें।
5. शव को जलाने के बाद राख को नदी में प्रवाहित कर सकते हैं। इससे कोई खतरा नहीं है। शव जलने के बाद किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं है।
6. जितना हो सके कम से कम संख्या में लोग शवयात्रा में जाएं।
7. अस्पताल से शव को खास तरह के बॉडी बैग में ले जाया जाए।
8. जो कोई भी शव लेकर चले वह सर्जिकल मास्क, ग्लब्स और जरूरी कपड़े बिना पहने नहीं आए।
9. शव यात्रा में शामिल गाड़ी को भी बाद में सेनेटाइज किया जाए।


 


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Ajay kumar

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