योगी सरकार की सफल नीति से थमा कोरोना का पहिया, यूपी ने टेस्टिंग कार्य में गढ़ा कीर्तिमान

punjabkesari.in Wednesday, Jun 02, 2021 - 08:57 PM (IST)

लखनऊ: कोरोना काल में प्रदेशवासियों का महामारी के प्रकोप से बचाने और जान भी जहान भी के संकल्प को पूरा करते हुए मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने प्रदेश में कम समय में वायरस पर लगाम लगा दूसरे प्रदेशों के समक्ष नजीर पेश की है। सर्वाधिक आबादी वाले उत्तर प्रदेश ने कोरोना की लहर में योगी आदित्यनाथ के सफल मार्गदर्शन में सर्वाधिक जांच कर नया कीर्तिमान बनाया है। उत्तर प्रदेश पहला ऐसा राज्य है जहां पांच करोड़ कोरोना की जांच की गई हैं। अभी तक इस संख्या को किसी भी प्रदेश ने पार नहीं किया है। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के सफल मार्गदर्शन में ट्रेस, टेस्ट ट्रीट के मंत्र को अपनाते हुए जमीनी स्‍तर पर तेजी से कार्य किए गए जिसका ही परिणाम है कि आज प्रदेश में न सिर्फ कोरोना की रफ्तार घटी है बल्कि प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं।  कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए योगी सरकार ने ट्रेसिंग-टेस्टिंग पर जोर दिया। प्रदेश में शुरू से ही एग्रेसिव रणनीति अपनाई गई। यही कारण है कि आज प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में है। बता दें कि पिछले 24 घंटे में प्रदेश में कुल 3,31,511 टेस्ट किए गए, जबकि 1514 नए केस की पुष्टि हुई।

97.1 फीसदी पहुंचा प्रदेश का रिकवरी रेट
सधी रणनीति के तहत प्रदेश में कोरोना के विरूद्ध कार्य किया गया जिसका परिणाम है कि आज प्रदेश का रिकवरी रेट 97.1 फीसदी हो गया है। पीक से एक्टिव मरीजों की संख्या में लगभग 93 प्रतिशत की कमी हुई है।प्रदेश में एक्टिव कोविड मरीजों की कुल संख्या 30 हजार से भी कम हो चुकी है। वर्तमान में  28,694 कोरोना मरीज उपचाराधीन हैं। अब तक 16 लाख 44 हजार 511 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों पर योगी सरकार की पैनी नजर
कोरोना काल में योगी आदित्यनाथ ने ग्रामीण अंचलों पर विशेष ध्यान देते हुए प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में टेस्टिंग पर जोर दिया। बीते दो महीनों में कोरोना की जांच में 70 प्रतिशत जांचें ग्रामीण इलाकों में की गई। ग्रामीण अंचल में कोरोना पर लगाम लगाने के इस योगी मॉडल अन्य राज्यों से बेहतर साबित हुआ है।

प्रदेश के 64 जिलों में 600 से कम हुए एक्टिव केस, जनरल ओपीडी होगी शुरू
कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पाने के लिए सीएम योगी ने ठोस कदम उठाते हुए जमीनी स्‍तर पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं पर जोर दिया। प्रदेश के हर जिले में सैनिटाइजेशन, जांच, वैक्सीनेशन के कार्यों पर जोर दिया गया। जिसके चलते आज प्रदेश के 64 जिलों में 600 से कम एक्टिव केस रह गए हैं। ऐसे में इन जनपदों के मेडिकल कॉलेजों और स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में सीमित संख्या के साथ जनरल ओपीडी को शुरू किया जाएगा। ओपीडी व्यवस्था में जारी दिशा निर्देशों के अनुसार और कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार ही इलाज किया जाएगा।
 


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Ramkesh

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