योगीराज में नहीं रुक रहा भ्रष्टाचार, CMO का वरिष्ठ लिपिक रिश्वत लेते गिरफ्तार

punjabkesari.in Wednesday, Aug 30, 2017 - 09:53 AM (IST)

महोबा: योगी सरकार भले ही प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त करने के दावे कर रही हो, लेकिन यहां के अधिकारियों को भ्रष्टाचार की एेसी लत लगी है कि वे रिश्वत लेने से बाज नहीं आ रहे हैं। भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ)कार्यालय के एक वरिष्ठ लिपिक को महिलाकर्मी से 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। एक साल के भीतर जिले में तीसरे भ्रष्टाचारी को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस उपाधीक्षक जितेंद्र दुबे ने बताया कि महोबा कलेक्ट्रेट के भूलेख अनुभाग में चपरासी मुन्नी देवी की शिकायत पर भ्रष्टाचार निवारण संगठन के अधिकारी आर. के. सिंह के नेतृत्व में झांसी से आई टीम ने सीएमओ के वरिष्ठ लिपिक प्रदीप कोफर्ड को डाक बंगला मैदान के पास स्थित चाय की दुकान पर 15 हजार रुपए की घूस लेते समय रंगे हाथ पकड़ लिया। उन्होंने बताया कि कोतवाली में आवश्यक लिखा पढ़ी के बाद उसे अपने साथ झांसी ले गई।

दुबे के अनुसार कलेक्ट्रेट में महिलाकर्मी मुन्नी देवी बीमारी हो गई थी। उसने चिकित्सा प्रतिपूर्ति के लिए इलाज में हुए खर्च हुए एक लाख 84 हजार रुपए के बिल उप जिलाधिकारी कार्यालय में सोंपे थे। एसडीएम द्वारा इन्हें सत्यापन के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय भेजा गया था। आरोपी वरिष्ठ लिपिक प्रदीप ने महिला से डेढ़ लाख के बाउचर सत्यापन के बदले 15 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी। उसकी शिकायत पर संगठन की टीम पिछले 10 दिनों से उसकी रेकी कर रही थी।

गौरतलब है कि यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएसन के माध्यम से महोबा में एक साल के भीतर यह तीसरा भ्रष्टाचारी सरकारी कर्मचारी गिरफ्तार किया गया है। इसके पूर्व यहां जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रामेश्वर पाल ओर विनियमित क्षेत्र के अवर अभियंता घसीटा सिंह को भी रिश्वत लेते हुए पकड़ कर जेल भेजा जा चुका है।