आजम खां को भू-माफिया घोषित करने पर सपा के हंगामे के बीच परिषद स्थगित

punjabkesari.in Friday, Jul 19, 2019 - 01:45 PM (IST)

लखनऊः समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता एवं रामपुर से सांसद मोहम्मद आजम खां के खिलाफ फर्जी मुकदमें दर्ज कर उन्हें भू-माफिया घोषित करने का मुद्दा उठाते हुए सपा सदस्यों के वेल में आकर सरकार विरोधी नारे लगाने लगाने के बीच सभापति रमेश यादव ने विधान परिषद की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी।

विधान परिषद में प्रहर प्रारम्भ होते ही नेता विरोधी दल अहमद हसन ने सपा के वरिष्ठ नेता एवं रामपुर से सांसद आजम खां पर फर्जी मुकदमें दर्ज कर जिला प्रशासन द्वारा उन्हें भू-माफिया घोषित करने पर कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुये इस प्रकरण की जांच के लिये इस सदन की एक सर्वदलीय समिति बनाने की मांग करने लगे।

हसन ने कहा कि आजम ने रामपुर में जो विश्वविद्यालय बनाया है उसके लिए जमीन ली थी, अपने निजी काम एवं मकान के लिए नहीं। उन्होंने कहा कि आजम प्रदेश के मंत्री रहे हैं और अब रामपुर से सांसद हैं। जिला प्रशासन ने उनपर दर्जनों फर्जी मुकदमें लाद लिए। उन्होंने कहा कि आजम इमानदार नेता है और उनकी समाज में प्रतिष्ठा है। सरकार ने बगैर कोई जांच के फर्जी अपराधी मामले दर्ज कराकर उन्हें भूमाफिया घोषित करा दिया। उन्होंने कहा कि यह कहां का इंसाफ है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए वह जनप्रतिनिधियों पर इसी तरह फर्जी मुकदमें दर्ज कर उनका अपमान कर रही है। उन्होंने सवाल उठाया क्या जनप्रतिनिधियों की यही औकात रह गई कि अधिकारी अपनी मर्जी से किसी पर भी फर्जी मुकदमें दर्ज कर उन्हें भू-माफिया घोषित कर दे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अधिकारी बेलगाम हो गये हैं। इस प्रकरण की जांच के लिये इस सदन की एक सर्वदलीय समिति बना दी जाये। हसन ने सोनभद्र गोलीकांड का मामला उठाते हुए कहा कि जो परिवार सैंकड़ों साल से जमीन पर खेती कर रहे थे, वहां एक ग्राम प्रधान सैंकडों लोगों को लेकर जकार वहां गोली चलाकर दस लोगों की हत्या कर दी जाती है। अगली भू-माफिया तो वे हैं जो गोली चलवाते हैं।

नेता सदन डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि आजम खां के मामले में सदन की सर्वदलीय समिति की अभी कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि नेता विरोधी दल किसी नियम के तहत यह मुद्दा उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार किसी पर भी भेदभाव के तहत कारर्वाई नहीं कर रही है। जो भी आरोप लगाये वे निराधार हैं।

इस बीच सपा सदस्य आजम खां पर की गई कारर्वाई का विरोध जाताते हुए वेल में आकर सरकार विरोधी नारे लगाते रहे और शांत नहीं होने पर सभापति रमेश यादव ने सदन को 12 बजे तक के लिये स्थगित कर दिया। परिषद की कार्यवाही 12:00 बजे प्रारम्भ होते ही नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने आजम खां का मामला पुन:उठाया इस मामले पर नेता सदन दिनेश शर्मा के बोलते ही सपा के सभी सदस्य वेल में आकर सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे।

इस बीच सभापति यादव ने पांच फरवरी, 2019 को विधान मण्डल के एक साथ समवेत् दोनों सदनों के समक्ष राज्यपाल राम नाईक द्वारा दिये गये अभिभाषण के प्रति धन्यवाद प्रकट करते हुये उत्तर प्रदेश विधान परिषद द्वारा स्वीकृत प्रस्ताव के संबंध में राज्यपाल के पत्र को पढ़ कर सुनाया। उसके बाद भारी शोर-शराबे के बीच नेता सदन ने कार्यसूची कीके मदो को प्रस्तुत किया। सभापति रमेश यादव ने सभी याचिकाओं को याचिका समिति को संदर्भित किया तथा यह निर्देष दिये कि आज के सभी प्रश्न उत्तरित माने जायेगे। सभापति यादव ने सदन की बैठक को सोमवार 22 जुलाई पूर्वाह्न 11:00 बजे तक के लिये स्थगित कर दिया। गौरतलब है कि मानसून सत्र के दूसरे दिन भी सदन की कार्यवाही हंगामे के चलते स्थगित करनी पड़ी।

 

Tamanna Bhardwaj