दोहरी मार झेल रहा किसान! सरकार से नहीं बना पा रही बात, आवारा पशु कर रहे फसलें बर्बाद

punjabkesari.in Monday, Jan 11, 2021 - 12:05 PM (IST)

रामपुर: इस कड़कड़ाती सर्दी में किसान दोहरी मार झेल रहे हैं। एक तरफ किसान अपने हकों के लिए दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं, लेकिन सरकार से बात नहीं बन पा रही है तो वहीं दूसरी तरफ आवारा पशुओं ने किसानों के खेतों में धावा बोला हुआ है। ये नजारा यूपी के रामपुर में देखने को मिला है। जहां यूपी सरकार गोवंशीय पशु और आवारा पशुओं के लिए गौशालाए बनाने का दावा कर रही है, लेकिन दावों की पोल खोलते यह आवारा पशु खुलेआम सड़कों पर घूम रहे हैं और किसानों की फसलें बर्बाद कर रहे हैं।

बता दें कि तहसील मिलक क्षेत्र में गोवंशीय आवारा पशुओं के आतंक से किसान परेशान और दुखी है। इन आवारा पशुओं ने किसानों की फसलें तबाह और बर्बाद कर रखी हैं। और साथ ही साथ रोड पर गुजरने वाले लोगों की जिंदगीया भी खतरे में डाल दी है। मिलक में इतना आवारा पशुओं का आतंक है कि 20 से 40 की तादाद में यह झुंड के झुंड आते हैं और उसमें सांड भी होते हैं और ये खेत में घुस जाते हैं। जिसके बाद पूरी की पूरी फसलें बर्बाद कर देते हैं। कई बार किसानों ने इसकी शिकायत आला अधिकारियों से भी की, लेकिन उनकी शिकायत पर कोई भी अभी तक सुनवाई नहीं हुई है।

वहीं धर्मपुरा गांव के प्रधान जाकिर अली ने बताया कि सबसे ज्यादा जानवरों से परेशानी आ रही है। जानवरों ने फसलें खराब कर दी हैं। बहुत बड़ी दिक्कत हो रही है और इनको हम कब तक इनकी रखवाली करें, सारे दिन खेत पर तो बैठे नहीं रहेंगे और भी काम देखना है। घर परिवार को भी देखना है।

वहीं दूसरे किसान राजू पांडे ने बातचीत में कहा कि मैं छोटा सा किसान हूं और किसान होने के नाते मेरा सरकार से एक छोटा सा अनुरोध है, इन आवारा पशुओ जो जंगल जंगल छोड़ रखे हैं। इनको चिन्हित करके इनको प्रतिबंधित किया जाए। उनको गौशालाओं में रखा जाए। अभी मेरे गांव का एक बच्चा जानवर आने से एक्सीडेंट होने से मर गया। 20 से 25 जानवर रोड पर आ गए और एक्सीडेंट होने से बच्चा मर गया। गन्ने में 20 से 40 पशु घुस जाते हैं और फसल को बर्बाद कर देते हैं और अगर किसान उनको कुछ कहता है तो वह किसान पर हमलावर हो जाते हैं। बहुत दिक्कत आ रही है और सरकार इस बारे में सोचें।

ऐसे में जिला अधिकारी आंजनेय कुमार सिंह से आवारा पशुओं के बारे में बात की तो उन्होंने बताया सूचना आई थी वहां पर उप जिलाधिकारी, बीडीओ और मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को कार्रवाई करने को कहा गया है। मैंने आज मुख्य पशु  चिकित्सा अधिकारी को प्रभारी मंत्री की बैठक के दौरान 3 दिन का समय दिया है। वे उन पशुओं को गोशाला में ले जाकर रखे। उसके बाद में खुद उसकी समीक्षा करूंगा। 

Tamanna Bhardwaj