कानपुर देहात में ऑयल फैक्ट्री में सिलेंडर ब्लास्ट: 1 मजदूर की मौत, 6 गंभीर; धमाका इतना तेज था कि छत में दरारें पड़ गईं

punjabkesari.in Saturday, Mar 25, 2023 - 01:24 AM (IST)

कानपुर देहात: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में कानपुर देहात (Kanpur dehat) के रनियां क्षेत्र में शुक्रवार को एक फैक्ट्री (Factory) परिसर में बनी लेबर कॉलोनी में सिलेंडर फटने (cylinder blast) से 7 लोग घायल हो गए जिनमें एक युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। बताया जा रहा है कि फैक्ट्री में बने एक कमरे में मजदूर खाना बना रहे थे। उसी दौरान अचानक ब्लास्ट हुआ।

सिलेंडर फटने से हुआ तेज धमाका
पुलिस सूत्रों ने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र रनियां के विसायकपुर स्थित वैभव फैक्ट्री के परिसर में बनी लेबर कॉलोनी एक कमरे में सिलेंडर के फटने से तेज धमाका हुआ। धमाका होते ही फैक्ट्री में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने 7 घायलों को पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टर ने मजदूर राजीव व रोहित को तत्काल कानपुर रेफर कर दिया। इलाज के दौरान राजीव की मौत हो गई वहीं रोहित को कानपुर से लखनऊ के केजीएमयू में रेफर किया गया है।

ब्लास्ट इतना तेज था कि कमरे की दीवार गिर गई... छत चटक गई
बताया जा रहा है कि फैक्ट्री में बने एक कमरे में मजदूर खाना बना रहे थे। उसी दौरान अचानक ब्लास्ट हुआ। ब्लास्ट इतना तेज था कि कमरे की दीवार गिर गई। कई जगह छेद हो गया। छत चटक गई। धमाके के बाद कमरे में आग लग गई। आवाज सुनकर आस-पास के लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने झुलसे हुए मजदूरों को बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी। शुरुआती जांच के आधार पर पुलिस ने बताया कि वैभव एडिबल फैक्ट्री में हादसा हुआ है। घटना सुबह 11 बजे की है। हादसे के बाद मौके पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

फैक्ट्री में 800 मजदूरों के रहने की व्यवस्था
कानपुर देहात के रनियां इंडस्ट्रियल एरिया क्षेत्र में वैभव एडिबल फैक्ट्री है। बताया जा रहा है कि इस फैक्ट्री में ऑयल का काम होता है। यह फैक्ट्री करीब तीन से चार बीघे में बनी हुई है। इस फैक्ट्री के एक हिस्से में वर्किंग के लिए बिल्डिंग बनी हुई है। दूसरे साइड में ऑफिस और अन्य जरूरी सामान के लिए कमरे बने हुए हैं। तीसरे साइड में लेबर के रहने के लिए कमरे बनाए गए हैं। इसमें करीब 800 मजदूरों के रहने की व्यवस्था है। पूरी फैक्ट्री बाउंड्री वॉल से घिरी हुई है। ज्यादातर कमरे एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। यहां कई लेबर परिवार के साथ भी रहते हैं। इनमें हरदोई, उन्नाव, कानपुर, औरैया आदि जिलों के लेबर रहते हैं। हादसे में घायल मजदूर भी इसी लेबर कॉलोनी में रहते हैं।

Content Writer

Mamta Yadav