लॉकडाउन के बाद भुखमरी के कगार पर पहुंचे दिहाड़ी मजदूरी करने वाले परिवार

punjabkesari.in Friday, May 28, 2021 - 04:22 PM (IST)

गाजियाबादः पूरे देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर का जो दौर चल रहा है। वहीं अब तीसरी लहर की तैयारी सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा सभी मंडल का दौरा करने के बाद कोरोना महामारी से निपटने के अनेकों उपाय किए जा रहे हैं। वही सभी लोगों को वैक्सीन लगाने की भी कवायद शुरू कर दी गई है। मगर लॉकडाउन लगने के बाद गरीब तबके के रोजाना कमाने वाले दिहाड़ी मजदूरों के घर के हालात भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके हैं, जहां उनको देखने वाला कोई नहीं है।

वहीं जब दिहाड़ी मजदूरी करने वाले मजदूर लॉकडाउन में भी काम ढूंढने के लिए घर से बाहर जाते हैं तो स्थानीय पुलिस डंडों से उनका स्वागत करती है बात की जाए तो गरीब तबके के लोगों के साथ हालात कुछ इस कदर हैं। एक वक्त खाना खाने के बाद दूसरे वक्त खाना नसीब नहीं होता। वही अब उत्तर प्रदेश में सब्जी की डिमांड ज्यादा होने के कारण आपदा में अवसर तलाश रहे मंडीदारों के ऊपर सरकार का कोई चाबुक नहीं चल रहा है। वहीं अब सब्जी भी महंगी हो गई है।

अब देखना यह होगा कि सूबे के मुख्यमंत्री के द्वारा इन गरीब परिवार रेहड़ी पटरी मजदूरों पर क्या रहम किया जाता है। हालांकि पिछले साल लोगों को राहत देते हुए राशन उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा भिजवाया गया था, लेकिन इस बार कोई भी सुविधा इन गरीब परिवार को नहीं मिल रही है। अगर लोग घर के अंदर बैठकर लॉकडाउन का पालन करेंगे तो कोरोना से तो बच जाएंगे, लेकिन भुखमरी से मर जाएंगे। इस और सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व गाजियाबाद प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है*

Content Writer

Tamanna Bhardwaj