दबंगों का आतंक दिनदहाड़े अधिवक्ता की पीट-पीटकर हुई ह्त्या

punjabkesari.in Wednesday, Mar 16, 2016 - 05:34 PM (IST)

कानपुर(अमिरेश त्रिपाठी): कानपुर में एक अधिवक्ता की पीट-पीटकर ह्त्या कर दी गई जिसके बिरोध में उसके साथियों ने जीटी रोड जामकर जमकर हंगामा किया। अधिवक्ता के साथियों ने कई गाडिय़ों में तोडफ़ोड़ कर दी। मृतक अधिवक्ता के साथियों ने कोतवाली बिल्लहौर का घेराव कर आरोपी की गिरफ़्तारी की मांग की है। कानपुर महानगर के बिल्लहौर तहसील के रहने वाले अधिवक्ता जीतेन्द्र पाल पर सत्येन्द्र यादव नाम के युवक ने अपने साथियों के साथ मिलकर उन पर हमला कर दिया। मृतक जीतेन्द्र के भाई संतोष का आरोप है कि इन लोगों ने अपने घर के अंदर ले जाकर उसको मारकर घर के बाहर फेक दिया। जीतेन्द्र को जिला अस्पताल उर्शला लाया गया लेकिन उसकी रास्ते में ही मौत हो चुकी थी। अधिवक्ता के साथियों ने अपने साथी की हत्या से नाराज होकर जीटी रोड जामकर जमकर हंगामा किया और कई गाडिय़ों में तोडफ़ोड़ की। हत्याआरोपी की गिरफ़्तारी की मांग को लेकर अधिवक्ता के साथियों ने कोतवाली बिल्लहौर का घेराव कर दिया।  किसी अनहोनी की आसंका को देखते हुए घटना स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। जानकारों की माने तो मृतक जीतेन्द्र पाल का क्षेत्र में ही रहने वाले सत्येन्द्र यादव, बंटी यादव,और आशु यादव से किसी ज़मीन को लेकर लम्बे समय से विवाद चल रहा था। मृतक के भाई संतोष व विनय के मुताबिक हम अपने भाई के साथ कोर्ट जा रहे थे तभी सत्येन्द्र यादव इनको खींचकर ले गया और फिर जमकर मारने के बाद घर के बाहर फेक दिया। 
 
जीतेन्द्र पाल के साथ मारपीट होने के बाद मौंके पर पहुंची पुलिस उनको जिला अस्पताल लाई लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। जीतेन्द्र को अस्पताल लाने वाला सिपाही विजेंद्र ने बताया कि बिल्लहौर के रहमतपुर में इनका मकान व दूकान है। इनका जिससे झगड़ा है वो इनको खींचकर अपने घर के अंदर ले जाकर बहुत मारा। मारने के बाद जब हालत ज्यादा खऱाब हो गई तब बाहर निकाला। मारने वाला सत्येन्द्र यादव सपा नेता है। जिसकी यादव बीज भण्डार के नाम से दूकान है। वकील की ह्त्या किए जाने की जानकारी मिलते ही कानपुर कोर्ट के वकीलों में आक्रोश व्यापत हो गया। वकीलों ने कोर्ट के बाहर जमकर नारेबाजी की। लायर्स एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री नरेशचन्द्र त्रिपाठी ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया है कि जान बूझकर वकीलों की हत्याएं करवाई जा रही हैंं। कल प्रतापगढ़ में एक वकील की ह्त्या हुई और आज कानपुर में। मुख्यमंत्री ह्त्या होने पर 20 लाख रुपये देते है। अगर मुख्यमंत्री की ह्त्या हो जाए तो हम मुख्यमंत्री के परिवार को एक करोड़ देंगे।